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जिले में बिछा सड़कों का जाल, चमचमाती सड़कें बनी विकास का आधार

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिले के प्रत्येक क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा मुहैया कराकर इन क्षेत्रों को विकास की मुख्य धारा से जोडऩे हेतु लोक निर्माण विभाग, मुख्यमंत्री वं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत निर्मित सड़कों से बालोद जिले में पिछले 04 वर्षों में सड़कों का जाल बिछ गया है। इसके अंतर्गत डौण्डी व डौण्डीलोहारा के दूरस्थ व सुदूर वनांचल के गॉवों के साथ-साथ जिले के अन्य विकासखंडों के दूरस्थ क्षेत्रों को भी मुख्य मार्ग से जोडऩे के लिए इन स्थानों पर चमचमाती सड़कों का निर्माण किया गया है। आज से कुछ वर्ष पहले तक जहां पर आवागमन के लिए उपयुक्त सड़कों का सर्वथा आभाव था। इन स्थानों में आज चमचमाती सड़कों के निर्माण हो जाने से उस क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। 

जिले में बने बेहतरीन सड़कों के बदौलत आज जिले के सुदूर वनांचल व दूरस्थ क्षेत्रों में भी आवागमन करना बहुत ही सुगम हो गया है। जिसके फलस्वरूप ग्रामीणों को अपने जरूरी कामों के लिए विकासखंड, जिला मुख्यालय वं मुख्य मार्ग तक आवागमन करना बहुत ही आसान हो गया है। जिले में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत बने बेहतरीन सड़कों के कारण ग्रामीणों को अपने जरूरी कामों के लिए शहरों व कस्बों तक आवागमन करने में समय की भी बचत हो रही है। स्वास्थ्य संबंधी कार्य वं अन्य कोई भी आपातकालीन स्थिति निर्मित होने पर ग्रामीण अस्पतालों वं अपने गंतव्य तक आसानी से निर्धारित समयावधि में पहुॅच रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीण विद्यार्थियों को स्कूलों वं कॉलेजों तक आवागमन करने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो रही है। जिले के लगभग सभी स्थानों में रोड तथा पुल-पुलियों के निर्माण हो जाने से ग्रामीणों को बारहमासी आवागमन की सुविधा मिल रही है। इसके परिणामस्वरूप आज शिक्षक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी आदि शासकीय अमलों की समय पर उपस्थिति से ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्यान्न आदि जरूरी चीजों की उपलब्धता समय पर हो रही है। यह सत्य है कि सड़कें मात्र सुगम यातायात कि साधन ही नहीं है वरन् विकास वं सभ्यता का भी संवाहक है। वर्तमान में बालोद जिले में चमचमाती सड़कों के फलस्वरूप जिले के प्रत्येक क्षेत्रों में हो रहे परिवर्तन से हमें इनकी झलक देखने को मिल रही है। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जिले के प्रत्येक स्थानों में सड़कों का निर्माण कर वहॉ आवागमन की सुविधा मुहैया कराने के लिए कलेक्टर कुलदीप शर्मा की ओर से इन क्षेत्रों का सघन दौरा कर इस कार्य की सतत् मॉनीटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर संबंधित विभागों के द्वारा जिले के पूराने वं क्षतिग्रस्त मार्ग वं पुल-पुलिया के निर्माण कार्य को भी दू्रतगति से किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप अब गंाव, कस्बा सहित सम्पूर्ण बालोद जिले की तस्वीर बदल गई है।

जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत 156.58 करोड़ रुपए की लागत के स्वीकृत कुल 28 सड़कों की लम्बाई 271.65 कि.मी. है। जिसमें से 22 सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जिस पर 116.67 करोड़ रूपये की राशि का व्यय हुआ है तथा 08 सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत कुल 09 वृहद पुलों के निर्माण के लिए 24.51 करोड़ रूपये स्वीकृत है, जिसमें से 04 वृहद पुलों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है, जिस पर 16.83 करोड़ रुपए की राशि का व्यय हुआ है। इसके साथ ही 05 वृहद पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसी तरह जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत सड़कों के नवीनीकरण के लिए कुल 118 कार्यों के लिए 43.69 करोड़ स्वीकृत है। जिसमें 27.55 करोड़ रूपये की राशि की लागत से 92 सड़कों का नवीनीकरण कार्य पूरा किया जा चुका है तथा 26 सड़कों का नवीनीकरण कार्य प्रगति पर है। 

इसी तरह मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत 10.37 करोड़ रुपए की राशि की लागत के कुल स्वीकृत 11 सड़कों लंबाई 18.89 कि.मी. है। इसमें से सभी 11 कार्यों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है, जिस पर 7.34 करोड़ रुपए की राशि व्यय हुआ है। जिले में मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ योजनांतर्गत 5.76 करोड़ रुपए की राशि की लागत के कुल स्वीकृत 17 सड़कों की लंबाई 7.75 कि.मी. है। जिसमें 13 गौरव पथ का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है, जिस पर 3.19 करोड़ रूपये की राशि का व्यय हुआ है, जिसमें से 02 कार्य पूर्ण और 02 गौरवपथ निर्माण कार्य प्रगति पर है।

बालोद जिले में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के सड़कों के जाल बिछाए जाने के अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-930 झलमला से शेरपार तक कुल 37.28 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण व उन्नयन कार्य भी निरंतर प्रगति पर है। इस कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति 22286 लाख व अनुबंधित राशि 13313.81 लाख रुपए है। इस मार्ग को कार्यपूर्णता की निर्धारित तिथि सितम्बर 2023 तक अनिवार्य रूप से पूरा किया जाना है। राज्य शासन के मंशानुरूप इस कार्य को निर्धारित समयावधि में पूरा कराने के लिए कलेक्टर कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी, कर्मचारी फिल्ड में दौरा कर निर्माणाधीन कार्य की सतत् मॉनीटरिंग कर रहे हैं।  

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