Home » संविदा कर्मचारियों का राजधानी में हल्ला बोल, सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप, 26 जनवरी तक मांगे पूरी नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन
Breaking छत्तीसगढ़ राज्यों से

संविदा कर्मचारियों का राजधानी में हल्ला बोल, सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप, 26 जनवरी तक मांगे पूरी नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन

रायपुर। सरकार बनने के चार साल बाद भी 2018 के चुनावी जन घोषणापत्र में किए नियमितिकरण के वादे को पूरा नहीं होने से नाराज प्रदेश के संविदा कर्मचारियों ने शुक्रवार को राजधानी में सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया। 5 दिवसीय हड़ताल में सरकार के खिलाफ व्यंगात्मक प्रदर्शन के लिए मीडिया जगत में सुखियां बटोरने के साथ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाने में संविदा कर्मचारी सफल हुए हैं। प्रदर्शन के अंतिम दिवस महापुरुषों एवं छत्तीसगढ़ के पारंपरिक वेशभूषा, लोक नृत्य के साथ हाथों में तिरंगा लेकर अपनी मांगों को पूर्ण करने 26 जनवरी तक सरकार को अल्टीमेटम दिया है।
छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्री कौशलेष तिवारी ने बताता कि वर्तमान कांग्रेस सरकार बनने के चार साल बाद भी 2018 के चुनावी जन घोषणापत्र में किए नियमितिकरण के वादे और हमारी मांगे पूरी नही की है, जबकि इन 4 सालों में हमने लगातार अपनी मांगों से सरकार को अवगत करते आ रहे है। हम मुख्यमंत्री से निवेदन करते है कि संवेदनशीलता पूर्वक विचार करते हुए चुनावी जन घोषणा पत्र में किए गई वादे और हमारी नियमितिकरण की मांग को 26 जनवरी के अपने उद्बोधन भाषण में घोषणा करने का कष्ट करेंगे। महासंघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री हेमन्त सिन्हा एवम अशोक कुर्रे ने कहा कि सरकार वादा कर भूल गई है, इस सरकार के समक्ष हम कर्मचारियों की गुहार का कोई असर नहीं हो रहा है, इस कारण प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। 26 जनवरी को घोषणा नहीं होने की स्तिथि में जल्द ही प्रदेश के समस्त संविदा कर्मचारी काम बंद कर अनिश्चित कालीन हड़ताल में चले जायेंगे। महासचिव श्रीकांत लास्कर ने कहा कि दीगर राज्यों में संविदा कर्मचारियों के भविष्य को लेकर ऐतिहासिक निर्णय लिए जा रहे हैं। 26 जनवरी को संविदा कर्मचारियों के बारे में यदि सरकार उचित निर्णय नही लेती है तो संविदा कर्मचारी प्रदेश में एक बड़े आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेंगे। महासंघ के प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने बताया कि नियमितिकरण की मांग को लेकर 28 जिले के 45 हजार से अधिक संविदा कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए है। सरकार का केवल 1 साल से कम कार्यकाल शेष रह गया है, अगर सरकार अभी भी अपनी कुंभकर्णी नींद से नहीं जागी तो आने वाले सरकार को नुकसान झेलने के लिए तैयार होना चाहिए। रायपुर में धरना स्थल पर मंचीय भाषण, एवं गीत कविता के उपरांत तिरंगा झण्डे के साथ रैली निकालकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। राज्य के 54 विभागों में कुल 45 हजार संविदा कर्मचारी कार्यरत है। 33 जिलों से लगभग 45 हजार कर्मचारी अपनी मांगों को पूर्ण करने इस अनूठे प्रदर्शन में शामिल हुए।

Cricket Score

Advertisement

Live COVID-19 statistics for
India
Confirmed
0
Recovered
0
Deaths
0
Last updated: 20 minutes ago

Advertisement

error: Content is protected !!