बसना । श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के चौथे दिन बसना में कथाव्यास पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज के मुखारविंद से प्रहलाद चरित्र गजेन्द्र मोक्ष, वामन अवतार, राम कथा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुन उत्साह और उमंग से लबरेज श्रद्धालुओं ने मेरे बांके बिहारी अनमोल रसिया की गूंज के साथ झूमते-गाते नजर आए। कथाव्यास पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज एवं मुख्य यजमान डॉ. सम्पत सरोज अग्रवाल, उप यजमान सुमित सोनिया अग्रवाल, किशन सृष्टि अग्रवाल सहित सभी उप यजमान उपस्थित श्रद्धालुओं ने श्रीमद् भागवत महापुराण की मंगल आरती कर भागवत कथा का शुभारंभ किया।
इस दौरान पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि कथा ध्यान से सुनो क्योंकि यहां आज स्वयं श्रीकृष्ण जी विराजमान है। भजन आप मोबाइल से भी सुन सकते हैं पर वह कथा का रसपान सिर्फ और सिर्फ यहां सुनकर ही किया जा सकता है। जब आप यहां से सुनकर जीवन में बदलाव लाएंगे तो मुझे खुशी होगी। यह श्रीमद् भागवत कथा गंगा है यहां डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य बनाइए, क्योंकि आप को भाग्यशाली हैं जहां श्रीमद्भागवत होती है वहां स्वयं भगवान का वास होता है। शक्ति का धर्म से कोई लेना देना नहीं होता लेकिन हर शक्तिशाली व्यक्ति धर्म रक्षा के लिए हमेशा आगे रहना चाहिए, जिसके जीवन में मार्ग दिखाने वाला नहीं होता तो उसकी जिंदगी में हमेशा अंधकार होता है मार्ग दिखाने वाला बड़ा हो, वैसे इंसान को अपना गुरु मार्गदर्शक बनाकर रखो क्योंकि आप से ज्यादा दुनिया देखा है। राक्षस व देवता का भाव होता है वहां वहां उसका प्रभाव होता है। राक्षसी भाव से और निजी स्वार्थ की पूर्ति की जाती है, जहां देवत्व का भाव से सभी के सुख समृद्धि खुशहाली के लिए निस्वार्थ होकर सेवा होती है।
नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…
श्रीमद्भागवत ज्ञानयज्ञ के चौथे दिवस पर योगयोगेश्वर चौसठ कलाओं के स्वामी भुवन मोहन कन्हैया के जन्मोत्सव की कथा का श्रवण करते हुए नंदोत्सव का सभी उपस्थित जनों ने आनंद लिया। नगर का वाता वरण आज ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे बसना ने अपने आप में नंदगांव का स्वरूप ले लिया हो।
इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक एवं नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक डॉ. सम्पत अग्रवाल के द्वारा पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज के हाथों भाजपा के दिग्गज नेता व सेक्टर प्रभारियों का श्रीराधे कृष्ण की माला पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।