एक कार में स्नेहल गुजराती कहीं जा रही थीं. उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा कि ये उनकी जिंदगी का आखिरी सफर है. सबकुछ ठीक था, मौसम भी ठीक था, रास्ता भी ठीक था. पर कहते हैं न जब मौत आनी होती है तो दबे पांव आती है. उसकी भनक सिवाय काल को किसी को नहीं होती है. कुछ ऐसा ही स्नेहल के साथ भी हुआ है. वो एक कार के अंदर में बैठी हुई थी. लेकिन उन्हें इस अनहोनी का आभास भी नहीं होगा.
सिर पर भारी-भरकम पत्थर गिरने से महिला की मौत
43 साल की स्नेहल की कार बिल्कुल ठीक है, लेकिन जिस सीट पर वह बैठी थीं, उसी पर एक भारी-भरकम पत्थर आकर गिर गया. कार का सनरूफ तोड़ते हुए पत्थर नीचे गिरा और हंसती-खेलती स्नेहल ने दुनिया को अलविदा कह दिया. काल ने चुपके से अपना शिकार कर लिया. स्नेहल की मौत के बाद उसके घर में मातम पसरा है.
सनरूफ तोड़कर कार के भीतर घुसा पत्थर
ये हादसा महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले का है, जिसे देखकर हर कोई सकते में है. दरअसल चट्टान का एक बड़ा टुकड़ा कार की सनरूफ का शीशा तोड़कर अंदर महिला के सिर पर जा गिरा. पत्थर सिर पर लगते ही महिला की मौत हो गई. दिल दहलादेने वाली ये घटना माणगाव-ताम्हिणी घाट पर कोंडीथर गांव की सीमा के पास की है.

