आरबीआई ने होम-कार सहित सभी तरह के पर्सनल लोन लेने वाले लोगों को बड़ी राहत देते हुए इस साल चौथी बार ब्याज दरें घटाईं हैं। शुक्रवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमसीपी) ने रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती करते हुए इसे 5.25 प्रतिशत तक कर दिया। इससे सभी तरह के लोन सस्ते हो जाएगें। फरवरी से अब तक आरबीआई ने रेपों रेट में 1.25 प्रतिशत की कटौती की हैं, जिससे कर्ज लेने वालों को बड़ी राहत मिली हैं।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि एमपीसी ने सर्वसम्मति से रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती का फैंसला किया। उन्होने बतया कि रेपो रेट में कटौती का यह फैसला इसलिए संभव हुआ क्योंकि महंगाई में अप्रत्याशित व तेज गिरावट आई है व अर्थव्यवस्था उम्मीद से ज्यादा मजबूत हुई हैं। रेपो रेट में कटौती के साथ आरबीआइ ने पूरे वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान भी बढ़ाया हैं। 2025-26 में 7.3 प्रतिशत बढऩे की उम्मीद हैं। इससे पहले अक्टूबर में आरबीआइ ने अर्थव्यवस्था के 6.8 प्रतिशत बढऩे का अनुमान लगाया था। आरबीआइ ने कहा, वित्त वर्ष 2025-26 की पहल छमाही में अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन और विभिन्न क्षेत्रों में लगातार बनी हुई तेज ग्रोथ को देखते हुए आर्थिक विकास के अनुमान को बढ़ाया गया हैं। साथ ही आरबीआइ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए खुदर महंगाई दर 2.0 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया हैं, जो पहले 2.6 प्रतिशत बढऩे का अनुमान था।

