अमलेश्वर (पाटन)। दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला अमलेश्वर में संकुल स्तरीय अंगना म शिक्षा एक नई पहल के तहत सोमवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस आयोजन में विशेष रुप से ग्राम की सरपंच कुमारी नंदिनी पठारी, संकुल शैक्षिक समन्वयक ललित कुमार बिजौरा, संतोष शर्मा, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर ओंकार मिश्रा, संकुल में कक्षा पहली पढ़ाने वाले शिक्षक-सीमा अनंत, प्रवीण वर्मा, रूपेंद्र वर्मा, मंजुलता सिंग, मेघा बारले, लालिमा चंद्राकर, 6 आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताएं, विद्यालय की प्रधानपठिका श्रीमती पुष्पांजलि ठाकुर, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य, माताएं-दुर्गा, मिलापा, रेवती, खिलेश्वरी, तारणी, कोमिन, पूजा यादव, भुनेश्वरी, लता, उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलन कर की गई। इस मौके पर अतिथियों ने अंगना म शिक्षा एक नई पहल के कार्यक्रम को लेकर स्व प्रेरित शिक्षिकाओं की खुले दिल से तारीफ की। संकुल शैक्षिक समन्वयक ललित कुमार बिजौरा ने कहा कि अंगना म शिक्षा के आयोजन से शिक्षा का मजबूत आधार तैयार होगा। बच्चों की प्रथम गुरु माता होती है, बच्चों की जरूरतों से लेकर उनके अंदर छुपी प्रतिभा का उन्हें अच्छे से ज्ञान होता है और उन्हें प्रारंभ से ही शिक्षा के प्रति प्रेरित करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। 3-6 वर्ष के बच्चों को स्कूल जाने से पूर्व तैयार करने अंगना म शिक्षा के तहत प्रारम्भिक ज्ञान देने हेतु माताओं को प्रेरित किया। जिसके पश्चात स्वप्रेरित शिक्षिका श्रीमती लालिमा चंद्राकर ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से 3 से 6 वर्ष के बच्चों की उपस्थित माताओं को बच्चों की शाला के पूर्व उनकी तैयारी कैसे करें इसके संबंध में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा की माताओं को अपने गृह कार्य के साथ बच्चों के शारीरिक एवं क्रियात्मक विकास पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए स्व प्रेरित शिक्षिका ने गणित विषय की पूर्व तैयारी कैसे की जाए इसकी भी जानकारी दी, जिसमें टेढ़ी मेढ़ी रेखाओं पर चलना, ऊँचाई की माप, 1-20 तक अंक पहचान व गिन पाना, रंग भरना, कागज मोडऩा, चित्र देखकर बता पाना, कहानी सुना पाना, स्वयं का नाम पता बिना झिझक के बता पाना, वर्गीकरण कर पाना, छोटा बड़ा की समझ, चित्र या वस्तुओं के आधार पर क्रम से लगा पाना आदि गतिविधियां घर पर किस तरह अपनी निगरानी में करवा सकती है इसका प्रदर्शन करवाया गया। उल्लेखनीय है कि स्वप्रेरित शिक्षिकाओं द्वारा 3 से 6 वर्ष के बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए माताओं को प्रेरित करने व बच्चों की शिक्षा नींव को मजबूत करने के उद्देश्य से अंगना में शिक्षा एक नई पहल की शुरुआत की गई है जिसके तहत शाला जाने से पूर्व 3 से 6 वर्ष के बच्चों को उनकी पहली शिक्षिका उनकी माताओं से ही उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करना है जिसके तहत अंगना म शिक्षा कार्यक्रम की शुरुआत की गई है शासकीय प्राथमिक शाला-अमलेश्वर के मोहल्ला केंद्र-01 में आयोजित हुए कार्यक्रम में माताओं व बच्चों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व स्कूल की शिक्षिकाएं उपस्थित रही। जिन्हें कार्यक्रम के उपरांत करोना संक्रमण से बचाव के लिए रखी जाने वाली सावधानियों की चर्चा की गई।अंत मे उपस्थित सभी माताओं ने आश्वासन दिलाया कि 1 माह पश्चात पुन: जब इस मेले का आयोजन होगा तब हमारे बच्चे में आप लोगों को प्रोग्रेस अवश्य देखने को मिलेगा।
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शासकीय प्राथमिक शाला अमलेश्वर में ‘संकुल स्तरीय अंगना म शिक्षा एक नई पहल’ की शुरुआत
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