नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को त्रिपुरा और बांग्लादेश को जोडऩे वाले मैत्री सेतु का शुभारंभ किया। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि अपने बांग्लादेश दौरे के दौरान मैंने और प्रधानमंत्री शेख हसीना जी ने मिलकर त्रिपुरा को बांग्लादेश से सीधे जोडऩे वाले ब्रिज का शिलान्यास किया था और आज इसका लोकार्पण किया गया है। फेनी ब्रिज के खुल जाने से अगरतला, इंटरनेशनल सी पोर्ट से भारत का सबसे नजदीक का शहर बन जाएगा। एनएच-08 और एनएच-208 के चौड़ीकरण से जुड़े जिन प्रोजेक्ट्स का आज लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है, उनसे नॉर्थ ईस्ट की पोर्ट से कनेक्टिविटी और सशक्त होगी।
रोल मॉडल के रूप में उभर रहा है त्रिपुरा
वहीं त्रिपुरा को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि त्रिपुरा बड़े राज्यों में एक रोल मॉडल के रूप में उभर रहा है, जिसमें दोहरे इंजन वाली सरकारें नहीं हैं। आज त्रिपुरा पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की 3 साल की सरकार में आए बदलाव को स्पष्ट अनुभव कर रहा है। जहां कमीशन और भ्रष्टाचार के बिना काम होने मुश्किल थे, वहां आज सरकारी लाभ लोगों के बैंक खाते में डायरेक्ट पहुंच रहा है।

त्रिपुरा आज तेजी से कर रहा है तरक्की
पीएम मोदी ने आगे कहा कि त्रिपुरा को पहले की सरकारों द्वारा कई वर्षों के लिए हड़ताल की संस्कृति से पीछे धकेल दिया गया। त्रिपुरा, जो कई वर्षों से हड़ताल की संस्कृति से पीछे था, अब ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए काम कर रहा है। जहां उद्योग बंद होने के कगार पर आ गए थे, अब नए उद्योगों और निवेशों के लिए जगह है। पीएम नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा में कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने की तारीफ
मैत्री सेतु के उद्घाटन के दौरान, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, किसी भी पुल का उद्घाटन बांग्लादेश सरकार द्वारा इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी को मजबूत करने में हमारे पड़ोसी भारत का समर्थन करने की प्रतिबद्धता के लिए गवाही है, विशेष रूप से पूर्वोत्तर भारत के लिए। यह दोनों देशों के बीच माल और यात्रियों की आवाजाही को आसान और उत्तर-पूर्व के राज्यों में नए बाजार के अवसर देगा। इस दौरान कार्यक्रम में त्रिपुरा से त्रिपुरा राज्यपाल रमेश बैस, बिप्लब कुमार देब मुख्यमंत्री त्रिपुरा, जिष्णु देव वर्ना सहित केबिनेट के मंत्रीगण मौजूद थे।