चैत्र अमावस्या आज से शुरू हो जाएगी और ये अगले दिन यानी कि 12 अप्रैल तक रहेगी. यह दर्श अमावस्या है इसे स्नान, दान और श्राद्ध की अमावस्या भी कहा जाता है. दर्श अमावस्या की रात्रि में चांद आसमान में बिलकुल भी दिखाई नहीं देता है. हिंदु मान्यताओं को अनुसार सुख समृद्धि और परिवार के कल्याण की कामना के लिए इस दिन पूजा की जाती है. इस दिने पूजा करने से घर में सुख समृद्धि आती है और लोगों का उद्धार होता है. इस दिन पूर्वजों की भी पूजा होती है. हिंदू धर्म में इसका खास महत्व है. आइए जानते हैं चैत्र अमावस्या का शुभ मुहूर्त
चैत्र अमावस्या का शुभ मुहूर्त:
अमावस्या 11 अप्रैल को प्रात: 06 बजकर 03 मिनट से लग जाएगी. इसका समापन 12 अप्रैल को सुबह 08 बजे होगा.

