तीन राज्यों में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है। वहीं मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा के सामने आई लंबी सूची ने पार्टी को परेशानी में डाल दिया है। मध्यप्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब 8 दिनों में भी बीजेपी सीएम तय नहीं कर पाई। प्रदेश को सीएम कब मिलेगा इन सबके बीच अब विधायकों में मंत्री बनने की होड़ लग गई है।
बीजेपी सीएम दावेदारों से निपट नहीं पाई की कई विधायकों ने मंत्री बनाने की दावेदारी ठोककर पार्टी की और परेशानी बढ़ा दी। मध्यप्रदेश बीजेपी के कई विधायक मंत्री की कुर्सी पाने के लिए मिन्नते करने लगे हैं। मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया जा रहा है कि कई विधायकों ने मंत्री बनने के लिए पार्टी के दिग्गज नेताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। कई नेता तो शिवराज से लेकर दिल्ली तक के नेताओं को मंत्री बनाने की बात रखने लगे हैं। सूत्रों की माने तो कुछ विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेन्द्र सिंह तोमर से मंत्री बनाने की बात तक कही है तो कई विधायक पार्टी कार्यालय के चक्कर लगाने लगे। फिलहाल बीजेपी अभी सीएम पद के पेंच में फंसी हुई है।
आपको बता दें कि बीजेपी ने सीएम चहरे का चुनाव करने के लिए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को विधायकों से रायशुमारी करने के लिए पर्यवेक्षक बनाया है। अब सीएम खट्टर भाजपा विधायकों से वन टू वन चर्चा करेंगे और केंन्द्र को रिर्पोट करेंगे, इसके बाद ही शायद प्रदेश को अगला मुखिया मिल पाएगा। इसे बाद ही बीजेपी मंत्रिमंडल पर चर्चा करेंगी।