Saturday, July 26

अक्षय तृतीया को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर कार्य के लिए बहुत शुभ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन सोना चांदी और कोई भी नया सामान खरीदने का खास महत्व होता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से आपको विशेष लाभ होता है और उनकी कृपा से आपके घर में परिवार में सुख समृद्धि बढ़ती है। ज्योतिष क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल कर चुके जवाली के ज्योतिषी पंडित विपन शर्मा ने कहा कि इस बार अक्षय तृतीया 10 मई को शुक्रवार को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन कई पौराणिक घटनाएं हुई थीं, इसलिए इसे एक अबूझ मुहूर्त के तौर पर माना जाता है।शुभ मुहूर्तअक्षय तृतीया सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 11 मई के दिन सुबह 2 बजकर 50 मिनट पर हो जाएगा। अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त 10 मई के दिन सुबह 5 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 23 मिनट के बीच है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में किए गए हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है।शुभ योगअक्षय तृतीया पर सुकर्मा योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से हो रहा है, जो अगले दिन यानी 11 मई को सुबह 10 बजकर 03 मिनट तक है। इस दिन रवि योग का भी निर्माण हो रहा है, जो दिन भर है। अक्षय तृतीया के दिन अभिजीत मुहूर्त 11 बजे से लेकर दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक है।अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्व बहुत ही खास माना गया है। इसे युगादि तिभि भी माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के परशुराम अवतार का जन्म हुआ था। अक्षय तृतीया के दिन ही युधिष्ठिर को भगवान श्रीकृष्ण ने अक्षय पात्र दिया था, जिसमें कभी भी भोजन समाप्त नहीं होता था और इसी पात्र से युधिष्ठिर अपने जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाते थे। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन दान पुण्य करने का भी विशेष महत्व माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन से त्रेतायुग का भी आरंभ हुआ था। इसी शुभ दिन पर गंगा का अवतरण भी धरती पर हुआ था। इतनी विशेषताओं की वजह से अक्षय तृतीया के दिन को साल का सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है।
WhatsAppFacebookTelegramGmailShare
Share.

Comments are closed.

chhattisgarhrajya.com

ADDRESS : GAYTRI NAGAR, NEAR ASHIRWAD HOSPITAL, DANGANIYA, RAIPUR (CG)
 
MOBILE : +91-9826237000
EMAIL : info@chhattisgarhrajya.com
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
Exit mobile version