उपमुख्यमंत्री अरूण साव के निर्देशानुसार जल जीवन मिशन के समस्त कार्य समय-सीमा के भीतर गुणवत्ता मापदण्डो का पालन करते हुए कराये जा रहे हैं। जल जीवन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के परिवारों तक घरेलू कनेक्शन पहुंचने से आदिवासी बाहुल्य जिलों में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। इसी कड़ी में दंतेवाड़ा जिला में ग्राम पंचायत बेंगलूर विकास खण्ड कटेकल्याण का एक ऐसा गांव है जोकि एक संवेदनशील एवं नक्सलवाद क्षेत्र है जहां पानी के लिए बहुत ही कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। ग्राम पंचायत बेंगलूर, जिला कार्यालय से 35 किमी दूर पर है एवं यह ग्राम – नदी, पहाड,़ घने जंगलों से घिरा हुआ है। ग्राम में कुल 06 बसाहटें हैं – जोगापारा, मांझीपारा, पटेलपारा, चमरूपारा, बड़ापारा, नयापारा । इस गाँव में कुल घरों की कुल संख्या 326 एवं जनसंख्या 1185 है। ग्राम के 02 शासकीय शाला एवं 02 आँगनबाड़ी में अध्ययनरत बच्चों को मध्यान्ह भोजन हेतु पेयजल प्राप्त हो रहा है। इसी तरह ग्राम के 01 स्वास्थ्य भवन में शुद्ध पेयजल प्राप्त हो रहा है। गाँव में एक सामूदायिक शौचायल की उपलब्धता है। यहां पर कुल 07 नग सोलर टंकी एवं 7000 मीटर पाईप लाईन का विस्तार कर ग्राम के सभी घरों और शासकीय भवनों में जल जीवन मिशन योजना को पहुंचाया गया है।

इस ग्राम के लोगों को पीने के पानी के लिए मुख्य रूप से स्थानीय नदी, नाले, झरिया, हैण्डपंप आदि पर निर्भर रहते थे। ग्राम पंचायत बेंगलूर की उक्त पेयजल समस्या के निदान हेतु माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा 15 अगस्त 2019 में की गई जल जीवन मिशन की घोषणा के तहत कार्य को ग्राम में सुुदृढ़ रूप से पूर्ण कर लिया गया है। ग्राम पंचायत बेंगलूर हर घर जल प्रमाणीकरण ग्राम है। ग्राम में जल जीवन मिशन योजना से सभी घरों में 55 लीटर प्रतिदिन प्रति व्यक्ति निरंतर शुद्ध पेयजल का लाभ मिल रहा है और साथ ही ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति, बेंगलूर के महिला सदस्य अपने घरों से निकलने वाले अपशिष्ट जल का उचित प्रबंधन कर किचन गार्डन से सब्जी का खेती कर परिवार एवं बच्चों हेतु आवश्यक पोषणयुक्त आहार की पूर्ति करने में सहायक हो पा रहे है एवं बचे हुए सब्जी को गांव के बाजार में बेेच कर आर्थिक लाभ ले रहे हैं। इसी प्रकार ग्राम बेंगलूर की महिला सरपंच कुमारी सुखतमी कोड़ामी ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के लाभ से हर घर के आँगन में साफ पानी मिलने से गाँव की महिलाएं बच्चों को समय से स्कूल भेज कर महिला स्व सहायता समूह में काम, वनोेत्पाद संग्रहण जैसे तेंदूपत्ता, महुआ, टोरा, ईमली इत्यादि संग्रहण कर, सब्जी बाड़ी, खेती, मजदूरी काम इत्यादि कर अपना आर्थिक जीवन संवार रही है। गाँव के आँगनबाड़ी और स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति अच्छी होने लगी है। और गाँव में सभा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में महिलाओं की अधिक उपस्थिति रहती है। हमारे गाँव में अब बहुत खुशहाली है। जल जीवन मिशन योजना के निरंतर संचालन एवं संधारण ग्राम जल स्वच्छता समिति और लोक स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर निगरानी किया जा रहा है। ग्राम के शुद्ध जल की जांच हेतु फील्ड टेस्टिंग किट का विधिवत् प्रशिक्षण देकर जल वाहिनी का भी गठन किया गया है। जिसे हम अपने ग्राम ही आवश्यकतानुसार नियमित रूप से जल का गुणवत्ता का परीक्षण किया जाता है। साथ ही मानक गुणवत्ता का पेयजल प्राप्त हो रहा है।