अखिल भारतीय मानव अधिकार समिति के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री(प्रभारी झारखंड राज्य) सह छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मानव संसाधन विकास समिति के प्रदेश महासचिव बिरेंदर सिंह ने राष्ट्र को दीपोत्शव की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा है कि भारत सरकार के संघ को एक करने सरदार पटेल के अथक परिश्रम का सम्मान सदैव रहेगा और देश उनका सदा ऋणी रहेगा।श्री सिंह ने कहा अगर सरदार पटेल न होते तो भारत के छोटे बड़े रियासत और प्रांत फिर से अलगाववाद की चपेट में आते और पुनः गुलाम बनते ये तै है,क्युकी उनकी शक्ति छीन हो जाती,ठीक जैसा कि आज़ादी से पहले था,जब सभी राजा केवल अपने अपने रियासत तक ही सीमित रहे,जिसका लाभ कभी मुगल आक्रमणकारियों,कभी अंग्रेजों आदि ने उठाया और अत्याचार और लूट पाट का सबसे घृणित कार्य किया जिसको कभी भुलाया नही जा सकता,श्री सिंह ने आगे कहा की पंडित चंद्र शेखर आजाद,अशफाक उल्ला खान,भगत सिंह,उधम सिंह,महात्मा गांधी,भगवान बिरसा मुंडा, शहिद गुंडा धुर, बीर नारायण सिंह, गुरु घांसीदास बाबा जैसे वीरों ने सारे भारत के लोगों को एक तो किया परंतु आजादी मिलने के उपरांत सरदार पटेल ने भारत के फिर से छोटे छोटे रियासत,प्रांत में बटने की संभावना को समाप्त करते हुए अपने अथक प्रयास से सब को एक राष्ट्र संघ में लाए वरना आज एक दूसरे प्रदेश में जाने वीजा पासपोर्ट की आवश्यकता पड़ती और शत्रु के लिए ये अलग अलग राज्य को फिर से गुलाम बनाना बहुत आसान रहता,इसलिए अलगाव वादी विचारधारा के लोगों को पहचान कर उनके षड्यंत्र को पहचानने की आवश्यकता है, सब एक रहें तो ही राष्ट्र बचेगा और राष्ट्र बचेगा तो ही हम सब का वजूद रहेगा ये समझने की आवश्यकता है,इसलिए सब मिल कर रहें यही सरदार पटेल और सभी शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी,अन्यथा इतिहास हमे भी नमक हराम समझेगा ,ये सबको समझना होगा