छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मानव संसाधन विकास समिति के प्रदेश महासचिव बिरेंदर सिंह ने बांग्लादेश हिंसा में हो रहे निर्दोष हिंदुओं के मानवाधिकार हनन पर भारत सरकार के पक्ष और विपक्ष के नेताओं के वक्तव्य और कार्यवाही की प्रतीक्षा को अनुचित बताते हुए अपील की है कि ऐसी विकट सामूहिक अत्याचार पर भारत सरकार के सत्ता पर सक्षम पक्ष और विपक्षी पार्टी के नेताओं को एक होकर अंतरराष्ट्रीय पटल पर इस मुद्दे का तत्काल सुलझाने कदम उठाना चाहिए । भारत ने बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने और वहां के लोगों की पूर्व में रक्षा की थी,महिलाओं के सामूहिक बलात्कार ,लोगों के नरसंहार को रोका था,लोकतंत्र बहल किया था,और भारत कई अवसरों पर बांग्लादेश की सहायता करता रहा है,जिसका बदला चुकाते हुए ये इस्लामिक राष्ट्र आज वहां रह रहे हिंदुओं पर बर्बरता के साथ उनके मानवाधिकारों का हनन कर रहा है। आज सारा देश बांग्लादेशी अत्याचार पर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहा, जिसमे हमारी संस्था के प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती बी सोभा भी दुर्ग में अपने सहयोगियों के दल बल के साथ अक्रोश रैली में सम्मिलित होंगी ,तथा इसी प्रकार समिति के अन्य पदाधिकारी और सदस्य भी अपने अपने स्थान से इस आक्रोश रैली में हिस्सा लेंगे, परंतु फिर भी ऐसे विषयों को रोकने, सरकार सक्षम होती है,इसलिए भारत सरकार के पक्ष और विपक्ष के नेतागण एक होकर ,राष्ट्र और लोक हित में तत्काल दखल देते हुए, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय/संयुक्त राष्ट्र मानवअधिकार आयोग/संयुक्त राष्ट्र परिषद के माध्यम से बांग्लादेशी बर्बरता को रोकें ,और यही भारत का जनादेश है ,उल्लेखनीय है श्री बिरेंदर सिंह ने अपने ऑफिशियल हैंडल से बांग्लादेशी अत्याचार को रोकने भारत के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री,रक्षा मंत्री, संयुक्त राष्ट्र, राष्ट्रपति पुतिन, राष्ट्रपति ट्रंफ को भी टैग किया था