उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में आयोजित दुनियां के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) में अब तक करोड़ों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. हर रोज बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज पहुंच रही है. बीते 29 जनवरी 2025 को भी मौनी अमावस्या पर भी करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु महाकुंभ स्नान के पहुंचे थे. मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में मची भगदड़ कई लोगों की मौत हुई तो कई श्रद्धालु गंभीर रूप घायल हुए तो कई लोग अपने परिवार से बिछड़ गए है.
एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ में लापता हुए लोगों को उनके परिवार से लगातार प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी प्रयागराज प्रशासन पर लापता लोगों के परिवार वालों ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. 29 जनवरी को महाकुंभ में भगदड़ के बाद लोगों ने प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिलने की बात कही है. लोगों का कहना है कि प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिलने के कारण प्रयागराज में अपने लापता परिवार के सदस्यों की तलाश कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि ‘गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है, लेकिन कोई अपडेट नहीं है.’ एक पीड़ित का कहना है, “हमारी बहन की सास लापता हो गई है. अधिकारियों ने जिन जगहों पर भेजा वहां- वहां गया लेकिन उनका कहीं कुछ नहीं चल सका है.” उन्होंने कहा कि, प्रशासनिक अधिकारी इधर से उधर भटका रहे हैं लेकिन अभी तक मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया है. बहन की सास को लापता हुए दो दिन बीत गए लेकिन अभी तक उनका कहीं कुछ पता चल नहीं सका है. वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज संगम आईं थी, जैसे ही सब लोग बड़े हनुमान मंदिर के पास पहुंची, वह छूट गई. परिवार के सभी सदस्य मिल गए लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका है. बताया कि, उनको ढूढने का प्रयास लगातार की किया जा रहा है, साथ प्रशासन से भी मदद की गुहार लगा रहे हैं.