सरगुजा के भकूर्मा गांव में पीएम जनमन योजना का विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के लोगों को लाभ होता दिखाई नजर नहीं आ रहा है, यही वजह है कि अब अपनी हक की लड़ाई लड़ने के लिए विशेष जनजाति के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी बात रखी है.
सरगुजा के विशेष संरक्षित जाति (PVTG) व राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए देश के प्रधानमंत्री के द्वारा विभिन्न योजनाएं प्रदेश सहित सरगुजा जिले में भी संचालित की जा रही हैं. पीएम जनमन योजना के जरिए इन पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों पक्का मकान, इनके गांव तक सड़क, पानी व बिजली सहित आदि की व्यवस्था करना है, लेकिन ये सब महज फाइलों में चल रहा है. यही कारण है कि इन पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को बुनियादी आवश्यकताओं के लिए लंम्बी दूरी तय करके अम्बिकापुर कलेक्टर कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है.

सरगुजा जिले के विकासखंड उदयपुर स्थित गांव भकूर्मा में पीएम जनमन योजना का विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के लोगों को लाभ होता दिखाई नजर नहीं आ रहा है, यही वजह है कि अब अपनी हक की लड़ाई लड़ने के लिए विशेष जनजाति के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार को अपने गांव में मूलभूत सुविधा जैसे सड़क बिजली पानी और आंगनवाड़ी की मांग को लेकर ज्ञापन सौपना पड़ रहा है.
ऐसा नहीं है कि जिला प्रशासन के अधिकारी इस भकूर्मा गांव से अंजान है बल्कि स्वयं सरगुजा कलेक्टर 25 सितंबर 2024 को भकूर्मा गांव जाकर गांव का निरीक्षण भी किया था, जिसके बाद विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि आपके घर तक पीएम जनमन योजना के तहत सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधा जल्द ही मुहैया कराई जाएंगी.बावजूद आज तक वहां मूलभूत सुविधा नहीं पहुंच सकी है, लिहाजा विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के लोग कलेक्टर पहुंचकर जिला प्रशासन से गुहार लगाने को मजबूर है.
अधिकारी का क्या कहना है?
अम्बिकापुर के तहसीलदार उमेश कुमार बाज से बात हुई तो उन्होंने पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को पेयजल सहित अन्य सुविधाएं जल्द मुहैया कराएं जाने का आश्वासन दिया है.