बिलासपुर ।विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के उपलक्ष्य में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा 22 मई से 5 जून तक “हमारी पृथ्वी, हमारी जिम्मेदारी” विषय के अंतर्गत विशेष पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, प्लास्टिक प्रदूषण में कमी, टिकाऊ जीवनशैली को बढ़ावा देना और जनमानस में जागरूकता का विस्तार करना था।
इस अभियान के अंतर्गत कुल 113 गतिविधियाँ तथा 194 जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में लगभग 8,300 से अधिक प्रतिभागियों की सहभागिता रही तथा 1000 से अधिक पौधे लगाए गए। गतिविधियों का आयोजन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न मंडलों, स्टेशनों, कार्यालय परिसरों और आसपास के क्षेत्रों में किया गया।
प्रमुख गतिविधियों में पार्क, तालाब, नदी-नालों आदि में सफाई अभियान शामिल रहा, जिसमें 25 कार्यक्रमों के माध्यम से 413 प्रतिभागियों ने भाग लिया। निबंध लेखन, चित्रकला, प्रश्नोत्तरी जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें कुल 17 गतिविधियों के अंतर्गत 281 प्रतिभागी शामिल हुए। स्वास्थ्य व फिटनेस को जोड़ते हुए साइक्लोथॉन, मैराथन, वाकथॉन और जनजागरूकता रैलियां भी आयोजित की गईं, जिनमें 812 लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
रेलवे परिसर और स्टेशनों पर अपशिष्ट पृथक्करण एवं प्लास्टिक संग्रहण अभियान भी संचालित किए गए, जिनमें 186 प्रतिभागियों की भागीदारी रही। पर्यावरण के प्रति आमजन को प्रेरित करने हेतु सार्वजनिक सेवा संदेशों का प्रसारण किया गया, जिसमें 251 व्यक्तियों ने सहभागिता की।
प्लास्टिक की जगह कपड़े के थैले जैसी पर्यावरण-अनुकूल वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष अभियान चलाया गया जिसमें 63 लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयों की स्थापना, सोशल मीडिया के माध्यम से जनजागरूकता, नुक्कड़ नाटकों का आयोजन, कार्यशालाएं, वेबिनार और सेमिनार आयोजित किए गए। नुक्कड़ नाटकों की 22 प्रस्तुतियों में 832 लोगों की सक्रिय भागीदारी रही, जबकि 12 कार्यशालाओं में 109 प्रतिभागी सम्मिलित हुए।
इसी तरह सोशल मीडिया अभियानों में 365 प्रतिभागियों ने भाग लिया। “अन्य गतिविधियों” के अंतर्गत स्टेशनों की सफाई, बायोटैंक की सफाई एवं निरीक्षण, और प्लास्टिक प्रदूषण उन्मूलन की शपथ जैसे कार्यक्रमों की कुल 180 गतिविधियाँ संचालित की गईं, जिनमें 3922 प्रतिभागियों ने भाग लिया। अभियान का शुभारंभ 22 मई को प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ किया गया। 23 व 24 मई को कार्यशालाएं, जनजागरूकता रैलियां और सोशल मीडिया अभियान चलाए गए।
25 से 27 मई के दौरान स्वच्छता अभियान तथा अपशिष्ट पृथक्करण पर बल दिया गया। 28 से 30 मई के बीच प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीनों की स्थापना, विक्रेता स्टॉल की निगरानी और जल प्रबंधन की दिशा में कदम उठाए गए। 31 मई से 2 जून तक रेलवे संचालन, हरित क्षेत्रों का रखरखाव और पर्यावरण जागरूकता के विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। 3 व 4 जून को वर्षा जल संचयन, जल पुनर्चक्रण तथा संरक्षण संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
5 जून को समापन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें उपलब्धियों का संक्षेप प्रस्तुत किया गया, उत्कृष्ट योगदानकर्ताओं को सम्मानित किया गया । विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की थीम “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना” थी, जो एक गंभीर वैश्विक संकट की ओर ध्यान आकर्षित करती है। प्लास्टिक, जो हमारे दैनिक जीवन में सर्वव्याप्त है, पर्यावरण में सैकड़ों वर्षों तक बना रहता है, जल स्रोतों को प्रदूषित करता है, वन्य जीवन को प्रभावित करता है और मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है।
इस थीम के माध्यम से सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को कम करने, रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने और स्थायी विकल्प अपनाने के लिए जागरूकता फैलाई गई। पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारों या संस्थानों का दायित्व नहीं है, बल्कि प्रत्येक नागरिक की भी जिम्मेदारी है। अभियान के दौरान निम्नलिखित जागरूकता का प्रसार किया गया जो कि हम सभी के सम्मिलित प्रयासों से महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।