मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले को रेल मंत्रालय ने शनिवार को दो नई ट्रेन देने की घोषणा की है. दो नई ट्रेनों की घोषणा को रेल यात्रियों की ओर मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. कोई दो नई ट्रेनों को सौगात बता रहा है तो ट्रेनों को आवागमन में लेट-लतीफी से परेशान लोगों ने इसे लॉलीपॉप करार दिया है.
बालाघाट के लिए हुई दो नई ट्रेनों की घोषणाओं को लेकर एनडीटीवी ने जिले के लोगों से चर्चा की तो सबसे अलग-अलग प्रतिक्रिया मिली. किसी ने नई ट्रेन को लेकर खुशी जाहिर की, तो किसी ने इसे लॉलीपॉप बताया है. दरअसल, सिंगल ट्रैक में ट्रेने अक्सर लेट-लतीफी चलती है, इसलिएलोगों ने सीधी लंबी दूरी की ट्रेन चालू करने की मांग की है.
नई घोषित दोनों ट्रेने बालाघाट जंक्शन से गुजरेगी
ZRUCC सदस्य मोनिल जैन ने बताया पहली ट्रेन जबलपुर से रायपुर (जबलपुर-नैनपुर-बालाघाट-गोंदिया-रायपुर) और दूसरी रीवा से पुणे (रीवा-सतना-जबलपुर-नैनपुर-बालाघाट-गोंदिया-नागपुर होकर पुणे जाएगी) के बीच चलेगी. दोनों ट्रेनें बालाघाट होकर गुजरेंगी. उत्तर से दक्षिण के बीच 238 किमी लंबे इस रेलमार्ग से यात्रियों का समय और पैसा दोनों बचेगा.
ग्रामीण क्षेत्रों से बालाघाट आने वाले यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा है. इलाज से लेकर पढ़ाई तक के लिए लोग बालाघाट आते हैं. यहां के लोग भी अक्सर गोंदिया या नागपुर जाते हैं. ट्रेन की यात्रा कम खर्च और समय बचाने वाली होती है, इसलिए लोग ट्रेन पर निर्भर रहते हैं. लेकिन ट्रेन के बेमौसम चलने से उन्हें समस्या का सामना करना पड़ता है.
बालाघाट पर लेट चलती है 20 से ज्यादा लोकल ट्रेनें
बालाघाट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन हमेशा लेट होती है. यहां करीब 20 से ज्यादा लोकल ट्रेनें चलती हैं. ये ट्रेनें महाराष्ट्र के गोंदिया, जिले के लामता शहर और कटंगी, तिरोड़ी होते हुए नागपुर की ओर जाती हैं. देरी से चल रही इन ट्रेनों से बुजुर्ग और स्टूडेंट्स सभी परेशान होते हैं, क्योंकि इससे लंबी दूरी पर चलने वाले यात्रा गंतव्य तक हमेशा देरी से पहुंचते हैं.
घोषित दो नई ट्रेनों से कितना मिलेगा फायदा?
नई ट्रेन की घोषणाओं को कुछ लोग लॉलीपॉप बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ जिलेवासियों में नई ट्रेनों को लेकर उत्साह भी है. लेकिन सवाल जस के तस हैं कि पहले से ही देरी से चल ट्रेनों को रेलवे दुरुस्त नहीं कर सके हैं. ऐसे में ये सवाल लोगों के मन में गूंज रहा है कि दो ट्रेनों के आने से क्या बदलाव होंगे.