केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से एक व्यक्ति को नाबालिग बच्चों के यौन शोषण और बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ी अश्लील सामग्री (CSAM) रखने और ऑनलाइन फैलाने के मामले में गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई 21 जून को की गई, जो सीबीआई की बच्चों के यौन अपराध के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है.
CBI ने स्वतः संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया
CBI ने इस मामले में 17 जून 2025 को स्वतः संज्ञान (suo-moto) लेते हुए केस दर्ज किया था. जांच एजेंसी के अनुसार, आरोपी पर नाबालिगों से जुड़ी अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाकर उन्हें इंटरनेट पर अपलोड करने, संग्रह करने और फैलाने का गंभीर आरोप है.
बड़ी संख्या में अश्लील वीडियो और तस्वीरें मिलीं
CBI ने 19 जून को आरोपी के घर पर छापा मारा और वहां से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए. जब्त किए गए उपकरणों की फॉरेंसिक जांच में बड़ी संख्या में अश्लील वीडियो और तस्वीरें मिलीं, जिनमें नाबालिग बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न, बलात्कार और मानसिक उत्पीड़न की घटनाएं थीं. यह सामग्री इंटरपोल के ICSE डेटाबेस और गूगल द्वारा भेजे गए साइबर टिपलाइन रिपोर्ट्स (CTR) से भी मेल खाती पाई गई.
CBI की तेजी से की गई जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी खुद बच्चों की अश्लील तस्वीरें खींचता था और उन्हें धमकाकर यौन शोषण करता था. इन बच्चों की पहचान कर CBI ने उन्हें सुरक्षित बचा लिया है.
यह मामला इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि न तो बच्चों ने और न ही उनके परिवारों ने किसी थाने में शिकायत की थी. CBI की सक्रिय साइबर निगरानी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से यह मामला सामने आया.
CBI ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को ऐसे मामलों की जानकारी हो तो तुरंत पुलिस या साइबर अपराध प्रकोष्ठ को सूचित करें. फिलहाल, आरोपी हिरासत में है और जांच जारी है.