राजस्थान में जून के आखिरी दिनों में मानसून का असर तेजी से दिखने लगा है. मौसम विभाग के मुताबिक, 1 जून से 28 जून तक राज्य में 155 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है. आमतौर पर इस अवधि में जहां 43.3 मिलीमीटर बारिश होती है, इस बार अब तक 110.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है.
शनिवार को दिनभर सूखे मौसम के बाद शाम को सीकर, अलवर, भरतपुर, करौली और धौलपुर सहित कई जिलों में एक इंच तक बारिश दर्ज हुई. वहीं पश्चिमी राजस्थान के जिलों में बारिश थमने से फिर से गर्मी और उमस का असर बढ़ गया. श्रीगंगानगर में शनिवार को दिन का तापमान 41.4 डिग्री रहा, जबकि जैसलमेर, बीकानेर, चूरू, जोधपुर, बाड़मेर जैसे इलाकों में भी तापमान 35 से 39 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया.
सीकर के नीमकाथाना क्षेत्र में शनिवार को दोपहर बाद 25 मिमी बारिश हुई, जबकि भरतपुर के डीग में 14 मिमी और डूंगरपुर के वेंजा में 15 मिमी बरसात दर्ज की गई.
मौसम विभाग ने अगले चार दिन राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई है. रविवार (29 जून) और सोमवार (30 जून) को पूर्वी व दक्षिणी राजस्थान के 24 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
29 जून को जिन जिलों में बारिश का अलर्ट है उनमें जयपुर, अलवर, दौसा, भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, पाली, सिरोही, जालोर और बाड़मेर शामिल है. पूर्वी राजस्थान के ज्यादातर जिलों में अगले दो दिन भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी.
राजस्थान में फिलहाल मानसून सक्रिय है, लेकिन इसकी रफ्तार पश्चिमी हिस्सों की तरफ धीमी बनी हुई है. वहीं, पूर्वी और दक्षिणी जिलों में बादलों की लगातार आवाजाही के चलते तापमान नियंत्रण में है और मौसम सुहावना बना हुआ है.