गर्मियों में खाना खाने के बाद छाछ पीना हमारे घरों की पुरानी देसी परंपरा है. यह शरीर को ठंडक देने से लेकर पाचन ठीक करने तक में मदद करता है. डॉक्टर भी मानते हैं कि रोजाना छाछ पीना पाचन तंत्र से लेकर लीवर, किडनी, हार्ट और स्किन तक पर जबरदस्त असर डालता है. छाछ में मौजूद प्रोबायोटिक्स, विटामिन्स, मिनरल्स, इलेक्ट्रोलाइट्स और एंजाइम्स इसे एक ऐसा ड्रिंक बनाते हैं, जो आपकी बॉडी को अंदर से डिटॉक्स करता है, सूजन कम करता है और इम्युनिटी को मजबूत बनाता है, लेकिन कुछ लोगों छाछ के सेवन से बचना चाहिए. जिन्हें एलर्जी है, जो सर्दी, खांसी, फ्लू या बुखार से पीड़ित हैं, उन्हें छाछ नहीं पीनी चाहिए. छाछ की ठंडी तासीर इन स्थितियों में लक्षणों को और बढ़ा सकती है. इस आर्टिकल में आइए जानते हैं छाछ किस बीमारी में फायदेमंद है, इसमें कौन-कौन से विटामिन होते हैं और सुबह खाली पेट पीने से शरीर पर क्या असर होता है.
अगर रोज दोपहर में खाने के साथ छाछ ले रहे हैं तो वह खाने को तो डाइजेस्ट करती ही है, साथ ही आपका पेट भी साफ करती है. आप रोजाना छाछ अपनी डाइट में जरूर शामिल करिए.
छाछ पीने से कौन-कौन सी बीमारी दूर होती है?
छाछ पाचन को तुरंत शांत करने का काम करता है. इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड पेट में एसिड लेवल को बैलेंस कर गैस और जलन को खत्म करता है. नियमित रूप से छाछ पीने से कब्ज की समस्या भी दूर होती है. यही नहीं, अगर आप रोज दोपहर में छाछ में काला नमक डालकर पीते हैं तो इससे आपका खाना भी तुरंत पचेगा और आपके पेट में जलन संबंधी बीमारियां भी दूर होंगी.
छाछ पेट की सूजन को कम करने में मदद करता है. इसे पीने से इस समस्या से काफी हद तक राहत मिल सकती है. अगर किसी को अल्सर होने का खतरा हो या पेट में जलन रहती है, तो छाछ बेहद फायदेमंद होता है.
गर्मी में छाछ एक नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक की तरह काम करता है. यह सोडियम और पोटैशियम की कमी को पूरा करता है और शरीर को ठंडा रखता है. इससे हीटस्ट्रोक का खतरा कम होता है.
छाछ में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को सामान्य रखते हैं. रिसर्च बताती है कि छाछ नियमित पीने से दिल की सेहत बेहतर होती है. यह कैलोरी में बेहद कम और पोषक तत्वों में ज्यादा होता है, जिससे पाचन तेज और अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल कम होता है, इसलिए वजन कम करने वालों के लिए यह बेहतरीन माना जाता है.
- खाली पेट छाछ पीना शरीर के लिए एक तरह का नेचुरल क्लीनर की तरह काम करता है. इससे पाचन तुरंत एक्टिव होता है और गट हेल्थ एक्टिव होता है.
- सुबह की गर्मी या थकान में छाछ शरीर को ठंडक देकर एनर्जी लेवल बढ़ाता है.
- छाछ शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने का काम करता है, जिससे स्किन भी ग्लो करती है.
- सुबह छाछ पीने से पेट साफ रहता है. कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं काफी हद तक कम हो जाती हैं.
छाछ कब नहीं पीनी चाहिए?
बुखार, सर्दी-खांसी, गले में खराश, जोड़ों में दर्द या सूजन होने पर छाछ बिल्कुल भी नहीं पीनी चाहिए. इसके अलावा, दोपहर 12 बजे के बाद, रात में पीने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि यह सेहत के लिए बिल्कुल सही नहीं है.
छाछ पीने के ये फायदे आपको चौंका देंगे
छाछ में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स पेट को साफ रखकर पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. खाने के बाद छाछ पीने से खाना अच्छे से पचता है और पेट हल्का रहता है. छाछ में फैट की मात्रा काफी कम होती है और यह पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करती है. अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो यह एक बेहतरीन ड्रिंक हो सकती है.छाछ का सेवन शरीर को अंदर से ठंडा रखता है. इसको डाइट में शामिल करने से न केवल पेट को ठीक रखा जा सकता है, बल्कि डिहाइड्रेशन से भी बचा जा सकता है.
छाछ में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में मदद करते है. ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए इसका सेवन फायदेमंद हो सकता है.
इन लोगों को छाछ पीने से बचना चाहिए
जो लोग लैक्टोज इनटॉलेरेंस से पीड़ित होते हैं, उन्हें छाछ पीने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें लैक्टोज होता है, जो उनके लिए डाइजेशन जैसी परेशानियां खड़ी कर सकता है.जिन लोगों को दूध या दूध से बने प्रोडक्ट्स से एलर्जी है, उन्हें छाछ पीने से बचना चाहिए क्योंकि यह दूध से ही बनती है.
गुर्दे की समस्याओं वाले लोगों को छाछ के उच्च पोटैशियम और फॉस्फोरस सामग्री के कारण इसे सीमित मात्रा में पीना चाहिए.छाछ में नमक मिलाया जा सकता है, जिससे हाई ब्लडप्रेशर वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और इसे सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए.कुछ लोगों को छाछ से एसिडिटी की समस्या हो सकती है. अगर ऐसा होता है, तो उन्हें छाछ पीने से बचना चाहिए.जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, उन्हें डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से बचना चाहिए, जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा हो सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

