गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे भारत–दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज के दूसरे और अंतिम मुकाबले में मेहमान टीम ने मैच पर पूरी तरह पकड़ मजबूत कर ली है। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी 260/5 पर घोषित करते हुए भारत के लिए 549 रन का बेहद कठिन लक्ष्य खड़ा कर दिया है। इस पारी का सबसे बड़ा आकर्षण ट्रिस्टन स्टब्स की लाजवाब बल्लेबाजी रही, जो अपने भारत के खिलाफ टेस्ट करियर का पहला शतक लगाने से मात्र 6 रन दूर रह गए।
साउथ अफ्रीका ने क्यों घोषित की पारी?
लंच के बाद अपेक्षाकृत तेज रन गति से बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने भारत को थकाने की रणनीति अपनाई। जैसे ही स्टब्स 94 रन बनाकर आउट हुए, कप्तान तेम्बा बावुमा ने एकदम बिना देर किए पारी घोषित करने का फैसला ले लिया। उनका उद्देश्य था कि भारतीय बल्लेबाजों को अंतिम दो दिन लंबे समय तक मैदान पर झोंक दिया जाए और दबाव में जल्दी विकेट निकाले जा सकें।
दूसरी पारी में स्टब्स का कमाल
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी ट्रिस्टन स्टब्स के नाम रही, जिन्होंने 182 गेंदों पर 94 रनों की धैर्यपूर्ण और परिपक्व पारी खेली। अन्य बल्लेबाजों में टोनी डी जॉर्जी 49, रायन रिकेल्टन 35, वियान मुल्डर 35 और एडेन मार्करम ने 29 रन का योगदान दिया।
भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट अपने नाम किए, जबकि वॉशिंगटन सुंदर को एक सफलता मिली।
पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका ने बनाई थी बड़ी बढ़त
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 489 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जवाब में भारतीय टीम तीसरे दिन 201 रन पर ढेर हो गई और उन्हें 288 रन की भारी बढ़त दे बैठी। यही बढ़त दक्षिण अफ्रीका के लिए मैच पर नियंत्रण का आधार बनी।
मैच का समीकरण — भारत के सामने असंभव-सा लक्ष्य
भारत को जीतने के लिए 549 रन बनाने होंगे, जो एशियाई टीमों के लिए चौथी पारी में लगभग नामुमकिन आंकड़ा है।
इतिहास में यह लक्ष्य हासिल करना किसी भी टीम के लिए बेहद कठिन रहा है, और भारत को इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए असाधारण बल्लेबाजी प्रदर्शन करना होगा।
भारत की बल्लेबाजी बनाम दक्षिण अफ्रीका की स्पिन-सीम डबल अटैक
गेंद अब पूरी तरह भारतीय बल्लेबाजों के पाले में है। लक्ष्य असंभव जैसा जरूर दिखता है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में चमत्कार असंभव नहीं होते। देखना दिलचस्प होगा कि भारत इस चुनौती को कैसे संभालता है।

