अंबिकापुर। मणिनगर थाना क्षेत्र निवासी 23 वर्षीय एक युवती के घर उसकी सहेली अलका उरांव पहुंची थी। उसने उसकी बड़ी बहन से कहा कि वह उसे शादी पार्टी में काम कराने पत्थलगांव ले जा रही है। लेकिन वह उसे अंबिकापुर के गोरसीडबरा ले आई। फिर रात में ट्रेन से उसे उज्जैन लेकर सहेली ने अशोक नामक युवक के हाथों 2 लाख रुपए में बेच दिया। वहीं अशोक ने उज्जैन के ग्राम बड़ोदिया निवासी मुकेश सिंह के साथ मिलकर युवती की भंवर सिंह नामक युवक से जबरन शादी करा दी। भंवर सिंह मुकेश का छोटा भाई है। इसके बाद सहेली अलका और अशोक लौट आए थे।
वहीं आरोपी भंवर सिंह शादी करने के बाद पीड़िता को उज्जैन से 15 किमी दूर अपने गांव बड़ोदिया में ऑटो में बैठाकर ले गया था। आरोपी भंवर सिंह ने पीड़िता को घर में बंधक बनाकर रखा था। युवती जब वहां से भागने की बात कहती थी तो वह जान से मारने की धमकी देता था। इसी बीच पीड़िता ने शोर मचाया तो लोग वहां पहुंचे और उज्जैन पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे सखी सेंटर में रखवाया था। इस बीच सूचना पर पहुंची अंबिकापुर की मणिनगर पुलिस उसे आरोपी के कब्जे से बरामद कर अंबिकापुर ले आई। पुलिस ने मामले में आरोपी भंवर सिंह पिता उमराव सिंह 25 वर्ष व उसके सगे भाई मुकेश सिंह 32 वर्ष को उज्जैन स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में पुलिस ने आरोपी अलका व अशोक को भी गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में खुलासा हुआ है कि आरोपी अलका ने मणिनगर क्षेत्र की सहेली के साथ लखनऊ क्षेत्र की एक और युवती को अशोक के पास दो लाख रुपए में बेचा था। फिर दोनों को उज्जैन ले जाया गया था, इसमें मणिनगर क्षेत्र की युवती की तो शादी करा दी गई, लेकिन लखनऊ क्षेत्र की युवती को उज्जैन के घटिया थाना क्षेत्र की पुलिस ने पड़ोसियों की सूचना पर बरामद कर लिया था, उसकी शादी नहीं हो पाई थी।

