रामगंजमंडी शहर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में तीन दिन पूर्व नवनीत सोनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्या का मामला दर्ज कर मृतक के भांजे सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
थानाधिकारी मनोज सिंह सिकरवार ने बताया कि शहर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 5 दिसंबर को युवक नवनीत सोनी की मृत्यु हो गई थी। उसके शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे। मृतक का अंतिम संस्कार करने की तैयारी चल रही थी तभी पुलिस को संदिग्ध मौत की सूचना मिली।
पुलिस मकान पर पहुंची और मृतक नवनीत सोनी के शव को देखा, उसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे, जिससे उसकी हत्या प्रतीत हो रही थी। शव को कब्जे में लेकर चिकित्सालय स्थित मोर्चरी में रखवाया। मृतक के शरीर की फोटोग्राफी वीडियोग्राफी करवा कर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया।
मृतक के भाई यशवंत सोनी ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को दिए परिवाद में बताया कि वह 4 दिसंबर को सुबह परिवार सहित रिश्तेदारी में शादी में गए थे, घर पर छोटा भाई नवनीत सोनी और भांजा गौरव सोनी थे। शुक्रवार सुबह शादी में सूचना मिली कि छोटे भाई नवनीत की मृत्यु हो गई है।
पुलिस ने जब मामले मे पूछताछ शुरू की तो मामला हत्या का निकला। मृतक की पत्नी ने बताया कि वह अपनी दोनों पुत्रियों के साथ के शादी में थी।गुरुवार रात्रि को पति नवनीत ने फोन कर भांजे गौरव सोनी के साथ झगड़ा होने की बात कही। इसके बाद शुक्रवार सुबह भांजे गौरव से पति नवनीत सोनी के बाथरूम में गिरकर मौत होने की सूचना मिली। रामगंजमंडी पहुंचे तो पति का शव घर में पड़ा था।
पुलिस पूछताछ में भांजे गौरव ने किया खुलासा
पुलिस ने भांजे गौरव से पूछताछ की गई तो शराब पार्टी करने की बात सामने आई। गौरव ने बताया कि मामा नवनीत ने साथियों के साथ शराब पार्टी रखी थी। घर पर नॉनवेज बना रहे थे। भांजे गौरव ने घर पर नॉनवेज बनाने का विरोध किया तो मामा नवनीत सोनी से विवाद हो गया।
विवाद इतना बढ़ा की भांजे गौरव, उसके साथी रक्षित, प्रदीप, विक्रम ने नवनीत पर पाइप, लकड़ी, सरिया से वार किए जिससेे नवनीत के अंदरूनी चोट लगने के कारण गंभीर घायल होने के बाद मृत्यु हो गई।
गंभीर घायल होने के बाद नवनीत सोनी घर में फर्श पर पड़ा दर्द से कराहता रहा, लेकिन भांजा गौरव मामा को चिकित्सालय लेकर नहीं गया। बाजार से दर्द की दवा लाकर दे दी और सो गया। सुबह उठने पर मामा को मृत पाया।
इसके बाद उसने मामा की बाथरूम में गिरकर मृत्यु होने की बात बनाते हुए परिजनों को सूचना दी। मृतक नवनीत के खून से सने कपड़े हटाकर शरीर से खून साफ कर नए कपड़े पहना दिए और अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गया। अंतिम समय में पुलिस के पहुंचने से सारा खेल बिगड़ गया।
गौरव की मां की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी। मामा नवनीत उसे अपने साथ ले आए थे। यहीं पर उसकी परवरिश हुई। वर्तमान में वह मोबाइल रिपेयरिंग का कार्य करता था, लेकिन मामा के साथ रहकर शराब के नशे का आदी हो गया था और यही नशा मामा की मृत्यु और गौरव के जीवन की बर्बादी का कारण बन गया।

