
अमलेश्वर (पाटन)। स्वामी विवेकानंद विचार मंच द्वारा आज दिनांक 22 मार्च को विश्व जल दिवस के अवसर पर ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया। जल संरक्षण आज की महति आवश्यकता विषय पर आयोजित वेबीनार में प्रमुख वक्ताओं ने जल के सदुपयोग के साथ साथ संरक्षण पर विशेष जोर दिया । ऑनलाइन चर्चा में भाग लेते हुए श्रीमती किरण बाला वर्मा (सेवानिवृत्त प्राचार्य ) ने कहा कि व्यर्थ नल न चलाएं , जल संरक्षण को हम व्यवहार में लाएं। जल संरक्षण हेतु जन जागरूकता की आवश्यकता है, बच्चों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास करें । स्वामी विवेकानंद विचार मंच के प्रांतीय संयोजक ललित कुमार बिजौरा ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में पानी के उचित दोहन के साथ साथ संरक्षण बहुत ही आवश्यक है। जल के उपयोग के समय आवश्यकता का निर्धारण जरूरी है पानी को व्यर्थ न करें। पानी के बिना संसार के सभी जीव- जंतुओं का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा। अपने घर में उपयोग हुए पानी का पुन: उपयोग भी सुनिश्चित करें। पानी का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है। जल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इसकी शुरुआत हम सब को अपने घर से प्रारम्भ करना चाहिए। के.के.धुरंधर ने कहा कि शहरी क्षेत्र में बहते हुए पानी को संरक्षित करने का उपाय करें। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बढ़ावा देकर जल संरक्षण कर सकते हैं। देवेंद्र कुमार बंछोर ने कहा कि जल रत्न के समान है तथा इसका संरक्षण हमारा दायित्व है। शुरुआत हम स्वंय से करें, संकल्प लें कि इसे बर्बाद नहीं करेंगे। किरण चन्द्राकर ने जल की महत्ता पर चर्चा करते हुए बताया कि जल है तो कल है। जल पृथ्वी पर उपलब्ध बहुत कीमती संसाधन है। अत: इसका संरक्षण हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने गीत के माध्यम से जल की उपयोगिता एवम उनके संरक्षण के लिए प्रेरित किया। बालमुकुंद मढ़रिया ने कहा कि हमारे शरीर का निर्माण पांच तत्वों से हुआ है इसमें जल का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण है। जल के संरक्षण हेतु विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। नरेंद्र कुमार वर्मा ने जल संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास पर जोर दिया। आँचल मढरिया ने जल संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने की बात कही। हेमन्त कुमार मढ़रिया ने कहा कि जल के बिना जीवन असंभव है अत: जल को बर्बाद न करें बल्कि उनका संरक्षण करें ताकि जल स्रोत बना रहे। कार्यक्रम का संचालन हेमन्त कुमार मढ़रिया ने तथा आभार प्रदर्शन ललित कुमार बिजौरा ने किया।