
रायपुर। स्वास्थ्य विकास समिति छत्तीसगढ़ ने राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या पर चिन्ता व्यक्त करते हुए निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर हो रहे दोहन और शोषण पर राज्य सरकार के खामोशी को आम जनता के जीवन के साथ अन्याय निरूपित किया है और त्वरित कार्यवाही कर निजी अस्पतालों में कोरोना मरीज इलाज में निश्चित व्यय तय करने और आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड द्वारा भुगतान की व्यवस्था लागू करने तथा अस्पतालों में रिक्त खाली बिस्तरों की जानकारी रोज अखबारों प्रकाशित करने की मांग शासन से की है। जारी विज्ञप्ति में स्वास्थ्य चेतना विकास समिति छत्तीसगढ़ एवं छत्तीसगढ़ राज्य सँयुक्त पेन्शनर्स फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने मुख्यमंत्री कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इसके लिये आज ट्यूट कर बताया है कि कोरोना महामारी में प्रतिदिन निजी एवं सरकारी अस्पतालों में खाली बिस्तर को लेकर संक्रमित मरीज और परिवार को भटकते देखना बहुत पीड़ा दायक है। उन्होंने खाली बिस्तर के अद्यतन स्थिति से आम जनता को अवगत कराने की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है और सुझाव दिया है कि जिस तरह कोविड संक्रमित मरीजो की संख्या और मृतकों एवं ठीक हुये लोगो की संख्या से सोशल मीडिया तथा दैनिक समाचार पत्रों के माध्यम से प्रतिदिन अवगत कराने की व्यवस्था की गई है।ठीक उसी तरह की व्यवस्था अस्पतालों में खाली बिस्तरों की अद्यतन स्थिति को लेकर करने की आवश्यकता है, ताकि प्रभावित परिवार और मरीजो को भरती होने के लिये भटकना न पड़े। जारी विज्ञप्ति में उन्होंने निजी अस्पतालों में कोरोना वायरल से पीडि़त मरीजों के निजी चिकित्सालयों में हो रहे दोहन और शोषण की खबरों पर चिंता जाहिर किया है और मुख्यमंत्री भूपेश बधेल से किया की आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के कार्ड के माध्यम से भुगतान कराये जाने की तुरन्त सुव्यवस्थित योजना लांच करने की मांग किया है। उन्होने आगे बताया है कि वर्तमान में कोरोना वायरस से बुजुर्ग सर्वाधिक संक्रमित हो रहे हैं। बुढ़ापा का असर से इम्यूनिटी पावर में कमी होना सुनिश्चित है। इसलिए उन्हें इनके संक्रमण से बचाने की जरूरत को ध्यान में रखकर सरकार ने सबसे पहले वैक्सिनेशन 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को कराने का निर्णय लेकर देशव्यापी टीकाकरण अभियान चलाया हुआ है। लेकिन लोग शंका में आकर वैक्सिनेशन से दूरी बनाए हुए हैं। जो ठीक नही है। उन्होंने प्रधानमंत्री के आव्हान पर 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक टीकाकरण उत्सव मनाने के निर्णय का स्वागत किया है और इस अवसर पर टीका करण के पात्र 45 से अधिक उम्र के लोगो को इसका भरपूर लाभ लेने का अपील किया है।