कोरिया। कोरिया जिले के विकासखंड मुख्यालय भरतपुर के ग्राम बरौता में संचालित जय माँ अंबे स्व सहायता समूह की महिलाएं राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) बिहान के तहत प्राप्त आजीविका से मछली पालन का कार्य कर रही है और अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए कृषि के अलावा मछली पालन को आजीविका के आधार के रूप मे विकसित कर रही है। जय माँ अंबे स्व सहायता समूह में 10 महिलाएं है। यह स्व सहायता समूह बिहान योजना ने संचालित है जिसका गठन 1 अगस्त 2018 को करके क्षमता वर्धन कार्य विकासखंड मिशन प्रबंधन इकाई के कुशल स्टाफ एवं केडरने किया है।
जय मा अंबे स्व सहायता समूह के सभी सदस्यों की प्रमुख आजीविका कृषि है जिसमें वे अपना जीवन निर्वाह किया करते थे। बिहान योजना से जुडने के उपरांत वे अपने लिए आजीविका का एक और स्त्रोत प्रारम्भ करना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने समूह में सीआईएफ की राशि से मछली पालन का कार्य प्रारम्भ किया। समूह की इस गतिविधि को प्रोत्साहन देते हुए ग्राम पंचायत बरौता के समूह को दस वर्षों के लिए मछली पालन के लिए तालाब आबंटित किया गया। वर्तमान मे समूह ने सफलता पूर्वक गतिविधि का संचालन किया जा रहा है, साथ ही साथ ग्राम स्तर एवं विकासखण्ड स्तर में छोटे व्यापारियों को मछली उत्पादन कर विक्रय किया जाता है। अब तक समूह ने 6270 किलो मछली का उत्पादन किया है। जिसका विक्रय कर रु. 940500 प्राप्त कर चुके है इसमें शुद्ध लाभ राशि रु. 654000 प्राप्त हुई है तथा प्रति सदस्य राशि रु. 65400 प्राप्त कर चुके है। इस प्रकार मछली पालन को समूह के सदस्यों ने अपने आजीविका का आधार बनाया गया है।
समूह की महिलाएं मछली पालन को आजीविका के रूप में कर रही हैं विकसित
Previous Articleराज्यपाल से भारत सरकार के प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की : प्रदेश में कोरोना संक्रमण की परिस्थितियों से संबंधित जानकारी प्रदान की
Next Article मंडी में तैयार हो रहा 600 बेड कोविड केयर अस्पताल
Related Posts
chhattisgarhrajya.com
ADDRESS : GAYTRI NAGAR, NEAR ASHIRWAD HOSPITAL, DANGANIYA, RAIPUR (CG)
MOBILE : +91-9826237000
EMAIL : info@chhattisgarhrajya.com
Important Page
© 2025 Chhattisgarhrajya.com. All Rights Reserved.

