बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात जवाद शनिवार को कमजोर पड़ता नजर आया। बीते एक साल में दो चक्रवातों गुलाब और यास की तबाही झेल चुके पूर्वी राज्य ओडिशा व आंध्र प्रदेश के लिए यह बड़ी राहत की बात है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को पुरी में जमीन से टकराने के पहले चक्रवात और भी कमजोर होते हुए गहरे दबाव में पहुंचेगा जिससे अधिक तबाही के आसार नहीं हैं।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा, जवाद के कमजोर पड़ने से अधिक नुकसान नहीं होगा लेकिन इस दौरान आंध्र प्रदेश व ओडिशा में बारिश बढ़ेगी जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। इसका जो भी असर होगा वह ओडिशा के गंजम, भदरक और बालासोर जिले में होगा। यह नुकसान चक्रवात की तबाही जैसा नहीं होगा। श्रीकाकुलम, विजियानगरम व विशाखापत्तनम में भी बारिश बढ़ेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह 5:30 बजे चक्रवात जवाद पुरी तट से 410 किमी व विशाखापत्तनम से 230 किमी दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था। यहां से यह कमजोर पड़ना शुरू हुआ और उत्तर की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटे में इसके और कमजोर पड़ने का अनुमान है। वहां से यह उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर ओडिशा तट का रुख करेगा व रविवार दोपहर को गहरे दबाव में बदलते हुए पुरी में दस्तक देगा। यहां से यह और कमजोर होता हुआ पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा।
एनडीआरएफ दीघा में सहायक कमांडेंट एसडी प्रसाद ने कहा पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 18 टीमें तैनात हैं। हमने जागरूकता कार्यक्रम चलाए और जरूरत पड़ने पर निकासी के लिए तैयार रहें। यह राहत की बात है कि कल पुरी समुद्र तट पर पहुंचने पर जवाद कमजोर हो जाएगा
यहां हो सकती है भारी से बहुत भारी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक जवाद के कारण शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इसके अलावा असम, मेघालय व त्रिपुरा में रविवार व मंगलवार को कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
बंगाल ने तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकाला
जवाद के खतरे को देखते हुए पश्चिम बंगाल ने दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मेदिनिपुर समेत कई तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकाल लिया है। शनिवार को उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनिपुर, झारग्राम, हावड़ा और हुगली में दिनभर बारिश होती रही।

