प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (मिड-डे मील योजना) अंतर्गत छत्तीसगढ़ प्रदेश 33 जिलों के 146 विकासखंडों में संचालित 45610 शालाओं में अध्ययनरत 2993170 के लिए 87026 रसोइया भोजन बनाने हेतु नियोजित किया गया है| रसोइया एवं रसोइया सह सहायिका का मानदेय वर्तमान में 1500/- प्रतिमाह है| प्रत्येक वित्तीय वर्ष में केवल 10 माह के लिए ही देय होता है| सरकार के जनघोषणा-पत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ स्कुल के अन्य कर्मचारियों को कलेक्टर दर के अनुसार वेतन दिए जाना उल्लेख है| (कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के पृष्ट-27) यह मानदेय अत्यंत कम है, जिससे रसोइया एवं रसोइया सह सहायिका को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है| मानदेय में बढ़ोतरी किये जाने हेतु अनेक आवेदन-निवेदन किये परन्तु सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है, जिससे हम व्यथित एवं आक्रोशित है| फलस्वरूप अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन करने मजबूर है| इस आन्दोलन में प्रदेश के समस्त रसोइया सम्मिलित होंगे| प्रदेश के समस्त रसोइया 28 फ़रवरी को अपने-अपने-जिला से पदयात्रा करते हुए रायपुर पहुंचेंगे एवं 3 मार्च 2023 को धरना स्थल तूता नवा रायपुर में धरना प्रदर्शन एवं विधानसभा घेराव के लिए निकलेगी तथा माननीय प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जावेगा| महासमुंद से निकला रसोइया आरंग पहुंचे एवम कल आरंग से आगे लिए प्रस्थान करेंगे।
- होम
- राज्यों से
- देश
- विदेश
- खेल
- व्यापार
- मनोरंजन
- क्रांइम
- ज्योतिष
- हेल्थ
- MP Govt
- संपर्क करें
- Join Us
- फोटो गैलरी
What's Hot
Previous Articleहोली के उल्लास भरे पर्व पर समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए हर्बल गुलाल के रंगो की बिखरेगी छटा
Next Article होली से पहले लोगों को महंगाई का बड़ा झटका