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102 महतारी एंबुलेंस कर्मचारियों का अर्धनग्न जल सत्याग्रह

रायपुर। छ.ग. संजीवनी 108/102कर्मचारी कल्याण संघ के कर्मचारियों ने आज दोपहर अर्धनग्र जल सत्याग्रह आंदोलन करने का ऐलान किया है। संघ के राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि हम कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ में सेवा देते हुए 10-12 साल हो गए। आज हमें ठेका के नाम पर बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। इस सरकार के मुखिया 2018 में हमारे मंच पर आकर 108/102 सेवा को ठेका प्रथा मुक्त किया जाएगा करके घोषणा किया गया था। लेकिन आज कांग्रेस सरकार का 5 वर्षों का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, आपातकालीन एंबुलेंस में ठेका प्रथा हटाने का वादा करने वाले 10-12 वर्षों से उक्त एंबुलेंस सेवा में कार्य करने वाले कर्मचारियों को ही हटा दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ में संवेदनशील एवं न्याय देने वाली कांग्रेस सरकार के नीति और नियत का परिणाम हम सबको मिल रहा है। हम अपनी जान जोखिम में डालकर शासन की महत्वाकांक्षी जीवन-रक्षक स्वास्थ्य सेवाओं को 24म7 छत्तीसगढ़ की जनता को उपलब्ध कराने वाले कर्मचारी है। जो कोरोना कॉल के 2 वर्षों तक अपनी जान जोखिम में डालकर नि:स्वार्थ भाव से काम किये। उस समय इनको याद नही आई कि ये लोग ठेका कर्मी है। आज छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों एवं नवजात के जीवन को ताक पर रखकर, टेंडर शर्तों में बदलाव करके उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है तथा ठेका कंपनी को भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस दिया जा रहा है। दिनांक- 29/09/2023 को स्वास्थ्य मंत्री ने नई ठेका कंपनी के द्वारा 102 महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस सेवा की नई पारी की शुरुआत हरी झंडी दिखाकर किया गया है वर्तमान में 102 महतारी एंबुलेंस सेवा में मात्र एक ड्राइवर कर्मचारी से सेवा का संचालन किया जाना प्रस्तावित है जबकि इसके से पूर्व इस सेवा में एक पैरामेडिक कर्मचारी की नियुक्ति की गई थी जिससे छत्तीसगढ़ की माताओं -बहनो एवं नवजात शिशु को एंबुलेंस में आपातकालीन परिस्थितियों में सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हम अपनी समस्याओं के समाधान हेतु दिनांक-30/09/2023 को मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष मुलाकात कर, टेंडर शर्तों में अचानक बदलाव कर 10 वर्षों से कार्यरत पुराने हजारों कर्मचारियों को बाहर करने, एंबुलेंस में मात्र एक ड्राइवर कर्मचारी की नियुक्ति,ठेका कंपनी द्वारा 30 से 80 हजार रुपए नगद वसूलकर नौकरी देने की शिकायत की गई। जिसमें मुख्यमंत्री ने तथ्यों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करने और समस्या के सकारात्मक निराकरण हेतु आस्वस्त किया था।
इसी कड़ी में कल 04 अक्टूबर को इसी तारतम्य में स्वास्थ्य संचालक, स्वास्थ्य सचिव, मिशन डायरेक्टर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हेल्थ कमिश्नर को हजारों कर्मचारियों की बहाली सहित ठेका कंपनी पर आवश्यक कार्य करने हेतु आवेदन दिया गया। जिस पर विश्वास संचालक द्वारा मौखिक तौर पर कहा गया कि ठेका कंपनी जिससे भी पैसा ली है उनको पैसा वापस दिलाया जा रहा है। और कंपनी पर कार्रवाई करने के संदर्भ में अपना पल्ला झाड़ लिए जबकि टेंडर शर्तों में ठेका कंपनी द्वारा किसी भी तरह की गड़बड़ी करने पर स्वास्थ्य संचालक को टेंडर निरस्त करने का एक अधिकार होता है। इससे साफ जाहिर होता है कि ठेका कंपनी स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में ही कर्मचारियों से पैसा की अवैध हुआ ही किया और उनके ही संरक्षण में कर्मचारियों को पैसा वापस किया जा रहा है। जबकि इस संदर्भ में स्वास्थ्य संचालक को टेंडर निरस्त कर ठेका कंपनी पर कड़ी वैधानिक कार्यवाही करने की आवश्यकता थी।
कल दिनांक 4 10 2023 को एक दैनिक समाचार पत्र में हेल्थ कमिश्नर ने खुद स्वीकार किया है कि बिना पैरामेडिक कर्मचारियों के 102 महतारी एंबुलेंस सेवा का संचालन सही नहीं है, तो फिर स्वास्थ्य संचालक में नियमों को तार मे रखकर हजारों कर्मचारियों के भविष्य और छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों एवं नवजात शिशुओं की जान को जोखिम में डालकर ठेका कंपनी को टेंडर क्यों जारी कर दिया।तो इस संदेह जाहिर होता है कि 3 तीन टेंडर में योग्य कंपनी नहीं मिलने का हवाला देकर निरस्त कर दिया गया और अचानक 4थे टेंडर बदलाव करके, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर ठेका कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए ही टेंडर दिया गया। स्वास्थ्य संचालक का ठेका कंपनी पर संरक्षण, सरकार की उदासीनता के कारण सभी पूर्व कार्यरत कर्मचारी आज अपने मांगों और आत्मसम्मान के साथ छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों को सेवा प्रदान करने हेतु कार्य में वापसी के लिए कंपनी के विरुद्ध सरकार द्वारा ठोस कार्यवाही करने के लिए, शासन-प्रशासन को नींद से जगाने के लिए आज दोपहर 12:00से 5:00 बजे तक, बजे तूता धरना स्थल के समिप तालाब में अर्धनग्न होकर जल सत्याग्रह किया जाएगा।
मांग-पत्र
1-102 महतारी एंबुलेंस सेवा के टेंडर को निरस्त कर, 10 वर्षों से उक्त सेवा में कार्य करने वाले अनुभवी कर्मचारियों को उनके वर्तमान कार्य स्थल पर पुन: पदस्थापना किया जाए और 2018 से शेष बचे हुए कर्मचारियों का समायोजन किया जाए।
2-108/102 कर्मचारियों को 2-3 माह कार्य करा कर एक माह का वेतन दिया जाता है, पूर्व बकाया वेतन का भुगतान तुरंत किया जाए और कर्मचारियों को प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में वेतन भुगतान जारी किया जाए।
3- संजीवनी 108/102 महतारी एंबुलेंस सेवा मे कार्यरत समस्त कर्मचारियों को 2018 से 2023 तक का वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ अब तक नहीं दिया जा रहा है, जिसे यथाशीघ्र एरियर के रूप में एकमुस्त भुगतान किया जाए।
4-108/102 एम्बुलेंस कर्मचारियों से 8 घंटे का कार्य लिया जाना निर्धारित किया जाए, अतिरिक्त कार्य का ओवरटाइम राशि दिया जाए। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार “समान काम-समान वेतनमान” का लाभ सुनिश्चित किया जाए।
5-मुख्यमंत्री के वादे अनुसार 108/102 एंबुलेंस सेवा को ठेका प्रथा से हटाकर, सरकार द्वारा स्वयं संचालन कर 60 साल तक नौकरी की गारंटी दिया जाए।

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