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एक्सक्लूसीव ज्योतिष

घर में धन का आगमन बनाए रखने के लिए इस शुभ मुहूर्त में करें लक्ष्मी पूजन

जिस पर्व का बहुत दिनों से इंतजार था आज वो दिन आ ही गया। मां लक्ष्मी के भक्त उनको अपने घर बुलाने के लिए बहुत ही बेसब्री से इस दिन का इन्तजार करते हैं। पंचांग के अनुसार 12 नवंबर यानी आज देश-विदेश में दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। दिवाली का दिन लक्ष्मी पूजन के बिना अधूरा माना जाता है। कहते हैं जो व्यक्ति पूरे विधि-विधान के साथ दिवाली के दिन धन की देवी की पूजा करता है साल भर उसके घर में धन का आगमन बना रहता है। इसी के साथ बता दें कि इस बार की दिवाली बेहद ही खास होने वाली है क्योंकि आज के दिन बहुत से शुभ योगों और राज योग का निर्माण होने जा रहा है। जिसमें पूजा करने से मां लक्ष्मी अपने भक्तों के ऊपर दोगुनी कृपा बरसाएंगी। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कौन से शुभ योग का होगा निर्माण।

दिवाली के दिन पूजा करने के लिए प्रदोष काल का समय सबसे शुभ माना जाता है।  दिवाली पर अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर करीब 2 बजकर 30 मिनट पर शुरू हो जाएगी। ज्योतिष गणना के अनुसार आज के दिन शाम के समय 5 राजयोग का निर्माण होगा। इसी के साथ आयुष्मान, सौभाग्य और महालक्ष्मी योग भी बनेगा। इसके अनुसार देखा जाए तो 8 शुभ योगों में दिवाली का पर्व मनाया जाएगा, जो अपने आप में ही बेहद खासियत रखता है। माना जा रहा है ऐसा शुभ योग बहुत ही वर्षों बाद बनने जा रहा है। इस योग में की गई पूजा सुख और समृद्धि लेकर आएगी।

दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश पूजा का मुहूर्त- 12 नवंबर 2023

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 05 बजकर 40 मिनट से शाम 07 बजकर 36 मिनट तक।
प्रदोष काल- 5:29 से 08:07 तक
वृषभ काल- 5:40 से 07 :36 तक

दीवाली महानिशीथ काल पूजा मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- 11:39 से 12:31 तक
महानिशीथ काल- 11:39  से 12:31 तक
सिंह काल- 12:12 से 02:30 तक

दिवाली शुभ चौघड़िया पूजा मुहूर्त
अपराह्न मुहूर्त (शुभ)- 01:26 से 02:47 तक
सायंकाल मुहूर्त (शुभ, अमृत, चल)- 05:29 से 10:26 तक
रात्रि मुहूर्त (लाभ)- 01:44 से 03:23 तक
उषाकाल मुहूर्त (शुभ)- 05:02 से 06:41 तक

सुबह चतुर्दशी और अमावस्या तिथि
पंचांग के अनुसार वर्ष 2023 में 12 नवंबर को तक रूप चौदस रहेगी उसके बाद दोपहर 2 बजे के बाद कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि शुरू हो जाएगी। शास्त्रों के अनुसार देखा जाए तो लक्ष्मी पूजा हमेशा हम शाम के समय ही की जाती है। इस हिसाब से दिवाली की पूजा 12 नवंबर को रात को होगी और अमावस्या तिथि का समापन 13 नवंबर को दोपहर 3 बजे होगा। 

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