पुरुष क्रिकेट विश्व कप फाइनल में एक रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने के लिए तैयार है। यदि भारत फाइनल जीतता है, तो यह घरेलू धरती पर उसकी दूसरी और कुल मिलाकर तीसरी विश्व कप जीत होगी। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया ने अतीत में पांच 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में पुरुष क्रिकेट विश्व कप जीता है।
कपिल देव की अगुवाई में भारतीय टीम ने 1983 में जब विश्व कप का खिताब जीता था तब टीम के खिलाड़ियों को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार देने के लिए क्रिकेट की प्रशंसक लता मंगेशकर को ‘कॉन्सर्ट’ करना पड़ा था। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम 2011 में जब दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनीं तब तक बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) अरब रुपये का मलिक बन चुका था। इन 28 वर्षों में क्रिकेट महज खेल से एक उद्योग बन गया था। इसके 12 साल के बाद रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम रविवार को अहमदाबाद के मोटेरा स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मुकाबले में उतरेगी।
इन 12 वर्षों के दौरान क्रिकेट देश के लिए ‘सॉफ्ट पावर’ बन गया है। ‘सॉफ्ट पावर’ किसी देश के अपने भू-राजनीतिक प्रभाव को बढ़ाने के लिए खेल और संस्कृति के उपयोग को दर्शाता हैं। क्रिकेट भारत को न केवल खेल समुदाय में बल्कि बड़े संदर्भ में सामाजिक-राजनीतिक रूप से भी अपनी ताकत दिखाने का मौका देता है। रविवार को फाइनल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति, भारतीय वायु सेना का एक एयर-शो, दो पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान कपिल और धोनी दर्शक दीर्घा में मौजूद रहेंगे जिससे मुकाबले की भव्यता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इन सब के बीच खेल, मनोरंजन और राजनीति की दुनिया से कई नामचीन हस्तियां भी वहां मौजूद होंगी। बॉलीवुड संगीत निर्देशक प्रीतम, गायिका जोनिता गांधी और कोक स्टूडियो के गुजराती गायक आदित्य गढ़वी सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। टॉस से पहले और पारी के बीच में होने वाले कार्यक्रम में मुंबई के 500 कलाकार बॉलीवुड गानों पर थिरकेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए और दुनिया भर में टीवी के बड़े दर्शकों के लिए यह क्रिकेट मैच भारत के ‘सॉफ्ट पावर’ को दर्शायगा। स्टेडियम के अंदर लगभग 1.30 लाख दर्शक मौजूद होंगे जबकि लगभग एक अरब लोग टेलीविजन या ऑनलाइन माध्यम से मैच देखेंगे तो उन्हें भारतीय टीम के लिए खिताब से कम कुछ भी मंजूर नहीं होगा। भारत के हर मैच की तरह इस मुकाबले में भी मैदान नीले रंग की जर्सी पहने प्रशंसकों से भरा होगा।
स्टेडियम के बाहर टीम के नकली पोशाक का उद्योग भी चरम पर होगा। जहां प्रशंसकों में 18 नंबर (विराट कोहली) और 45 नंबर (रोहित शर्मा) की संख्या वाली जर्सी खरीदने की होड़ होगी। यह मुकाबला हर मामले में लोगों के लिए यादगार होगा लेकिन यह देखना होगा कि रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत चैम्पियन बनता है या नहीं।