खाड़ी से आ रही ठंडी हवाओं के प्रभाव से रायपुर सहित प्रदेश में ठंड बढऩे लगी है। सुबह के साथ ही दोपहर के वक्त भी ठंड का प्रभाव रहा। रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सुबह से ही दिनभर बादल छाए रहे। बादल छाए रहने के कारण रायपुर में नवंबर में दिन का तापमान दस वर्षों में सबसे कम रहा। रायपुर का अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। इसी प्रकार प्रदेशभर में सबसे ठंडा जांजगीर रहा। एडब्ल्यूएस जांजगीर में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दो दिनों में ठंड और ज्यादा बढऩे वाली है। बुधवार 29 नवंबर से न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू होगी और इससे ठिठुरन भी बढ़ेगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मंगलवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इसके प्रभाव से ठिठुरन भी थोड़ी बढ़ सकती है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के साथ ही चक्रीय चक्रवात के प्रभाव से मंगलवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा संभावित है। कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ छींटे भी पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा, लेकिन बुधवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू होगी और ठिठुरन बढ़ेगी। वर्षा का क्षेत्र मुख्य रूप से उत्तर छत्तीसगढ़ रहेगा। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में ठंड अच्छी पडऩे की उम्मीद है।
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