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लोकसभा चुनाव में खुद की दावेदारी और उम्मीदवारी पर टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान

छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में खुद की दावेदारी और उम्मीदवारी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ़ किया है कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि अगर पार्टी इस पर फैसला ले तो भी क्या वह इंकार कर पाएंगे? बहरहाल पिछले कुछ समय से टीएस सिंहदेव और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी की खबरे तेजी से वायरल हो रही है। इसकी वजह है केंद्रीय टीमों में दोनों ही नेताओं की बड़ी भूमिका। दरअसल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को घोषणा पत्र समिति के लिए राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किया है। कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पार्टी ने नेशनल एलायंस कमेटी का सदस्य नियुक्त किया था। कांग्रेस ने घोषणापत्र समिति का गठन करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम को घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष और सिंहदेव को संयोजक नियुक्त कर स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व अगले लोकसभा चुनाव में अहम होने वाला है। जाहिर है दोनों नेताओं को मिली इस बड़ी जिम्मेदारी के बाद कयास लगाएं जा रहे है कि पूर्व सीएम को दुर्ग तो सिंहदेव को पार्टी सरगुजा से 2024 के लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बना सकती है।दरअसल मंगलवार को सरगुजा संभाग में कांग्रेस की हार को लेकर सूरजपुर जिले के विश्रामपुर इलाके में कांग्रेस की समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें पूर्व डिप्टी सीएम अध्यक्ष के तौर पर शामिल हुए थे। इस बैठक में टीएस सिंहदेव ने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले प्रधानमंत्री या कोई भी अन्य बड़ा नेता आता था, तो उनके मंच पर छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो लगी होती थी। लेकिन चुनाव जीतने के बाद उनके किसी भी कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो नदारत रहती है। इसको लेकर प्रदेश के सीएम, कैबनेट मंत्री के साथ ही भाजपा के सभी पदाधिकारी को सोचने की जरूरत है।राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को भी लेकर भी सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा वोट के चक्कर में अधूरे मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कर रही है। जो हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ है। वह आस्था के इस बड़े केंद्र पर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कांग्रेस की हार को लेकर कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा हुआ था और भाजपा ने अच्छा काम किया। टीएस सिंहदेव ने स्वीकार किया कि महतारी बंदन योजना की वजह से कांग्रेस को हर विधानसभा में 5 से 10 हजार वोटो का नुकसान हुआ। टी एस सिंह देव ने सरकार के मंत्रिमंडल के गठन को लेकर चुटकी लेते हुए कहा कि किसी भी सरकार का शुरुआती 100 दिन हनीमून का होता है। उसके बाद ही पता चलता है की बहू कैसी है और उसकी स्थिति क्या है। लोकसभा चुनाव लड़ने के अफवाहों पर भी विराम लगाते हुए कहा कि मैं लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगा।

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