छत्तीसगढ़ में रविवार की शाम आकाशीय बिजली ने कई लोगों की जान ले ली, वहीं कई घायल हो गए। राजनांदगांव और जांजगीर-चांपा जिले में आसमान से मौत बनकर गिरी बिजली ने 5 स्कूली बच्चों समेत 8 लोगों की जान ले ली।
पहली घटना राजनांदगांव जिले के ग्राम जोरातराई की है, जहां तेज बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने से कई लोग इसकी चपेट में आ गए। मृतकों में चार स्कूली बच्चे और चार युवक शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे स्कूल से लौट रहे थे, जब अचानक मौसम खराब हुआ और बारिश शुरू हो गई। उसी समय आकाशीय बिजली गिरने से चार बच्चे और चार अन्य युवक इसकी चपेट में आ गए। घटना सोमानी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बताई जा रही है। जैसे ही इस दुर्घटना की सूचना मिली, प्रशासन और पुलिस की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। राजनांदगांव के कलेक्टर और अन्य अधिकारी भी मौके पर रवाना हो गए हैं ताकि हालात का जायजा लिया जा सके और पीड़ितों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान की जा सके।
जांजगीर-चांपा में भी आकाशीय बिजली का कहर:
इसी दिन जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम सुकली में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक 11 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जबकि 8 युवक घायल हो गए। घटना रविवार की दोपहर करीब 3 बजे की है, जब सुकली गांव के 20 से 22 युवक और बच्चे गांव के तालाब के पास पिकनिक मना रहे थे। अचानक मौसम में बदलाव आया, तेज आंधी-तूफान और बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने लगी। सुरक्षा के लिए कुछ लोग पास के आम के पेड़ के नीचे खड़े हो गए। इसी दौरान एक जोरदार बिजली की चपेट में आकर 9 लोग घायल हो गए।
घायलों को तुरंत जिला अस्पताल जांजगीर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 11 साल के बच्चे चंद्रहास दर्वेश को मृत घोषित कर दिया गया। अन्य 8 घायलों का इलाज जारी है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, सभी घायलों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत सामान्य हो रही है।
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया:
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की। राजनांदगांव और जांजगीर-चांपा में प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और पीड़ितों के परिवारों से संपर्क साधा। मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया गया है, और सभी घायलों के इलाज का पूरा खर्च प्रशासन द्वारा वहन किया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मृतकों के परिवारों के लिए संवेदनाएं व्यक्त करते हुए अधिकारियों ने कहा कि पीड़ित परिवारों की हरसंभव सहायता की जाएगी। राजनांदगांव और जांजगीर-चांपा में हुए इन हादसों से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
आकाशीय बिजली से सुरक्षा के उपाय:
मौसम विभाग ने भविष्य में भी ऐसे हादसों की आशंका जताई है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। विशेषज्ञों के अनुसार, आकाशीय बिजली से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाने चाहिए:
बारिश के दौरान खुले क्षेत्रों में न जाएं।
ऊंचे पेड़ों या खंभों के पास खड़े न हों।
धातु की चीजों से दूरी बनाए रखें।
सुरक्षित स्थानों, जैसे घरों या पक्के भवनों में शरण लें।
आगे की कार्रवाई:
मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों के मद्देनजर प्रशासन ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है। संबंधित अधिकारियों ने भी आम जनता से आग्रह किया है कि वे खराब मौसम के दौरान बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
राजनांदगांव और जांजगीर-चांपा जिलों की ये घटनाएं प्राकृतिक आपदाओं की अप्रत्याशितता को दर्शाती हैं, और प्रशासन इस बात की पुष्टि कर रहा है कि सभी प्रभावितों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जाए।