Home » किस धर्म की रक्षा में बीता सर्वस्व दानी दसमेश पिता गुरू गोविंद का जीवन,खालिस्तानीयों करें याद : प्रदेश महासचिव सिंह
Breaking छत्तीसगढ़ राज्यों से

किस धर्म की रक्षा में बीता सर्वस्व दानी दसमेश पिता गुरू गोविंद का जीवन,खालिस्तानीयों करें याद : प्रदेश महासचिव सिंह

छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मानव संसाधन विकास समिति के प्रदेश महासचिव सह पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री (प्रभारी झारखंड राज्य) अखिल भारतीय मानव अधिकार समिति, श्री बिरेंदर सिंह ने प्रेस नोट जारी कर कहा है खालसा पंथ के संस्थापक ,दसमेश पिता गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के पिता गुरू तेग बहादुर जी ने औरंगजेब के अत्याचार के प्रतिकार में कश्मीरी तथा सभी पंडितों के चोटी, जनाऊ,तथा भारत वासियों के बहन, बेटी, बहु आदि के सम्मान की रक्षा के लिए अपना सिश दे दिया, श्री राम लला के मंदिर की रक्षा मीर बाकी से की, गुरु गोविंद की माता ने ठंडे बुर्ज में अत्याचार सहे, गुरु गोविंद जी ने अपने चारों बच्चों को न्योछावर कर दिया,ऐसे सर्वस्व दानी गुरु गोविंद सिंह जी महाराज ने खालसा पंथ की स्थापना ही देश वासियों के धर्म की रक्षा के लिए की थी, तथा सभी जात, धर्म के लोगों को अपने खालसा पंथ में स्थान दिया, सिख अलग से धर्म नही है, अपितु हिंदुत्व की रक्षा को धर्म मान कर खालसा पंथ की स्थापना हुई,खालसा पंथ में मुगल अत्याचार से लड़ने, हिंदू सैनिक सिख बने,कई हिंदुओं ने संसाधन दिए, सहयोग किया, भामाशाह जी ने गुरु बच्चों के पार्थिव शरीर का बड़ी कीमत देकर दाह संस्कार किया,ऐसे उपकार को खालिस्तानीयों को भी याद रखना चाहिए,आज देश में सिख सैनिक भारतीय फौज के अग्रिम पंती के वाल of डिफेंस हैं,अर्थात रक्षा दीवार हैं, जिनके प्रति नफरत पैदा करेगा खालिस्तानीयों का ये व्यवहार, जिससे कनाडा के राजनैतिक लोग और दुश्मन मुल्क की नापाक ताकतें सेह दे रहे हैं, पंजाब के सिखों की लोकतांत्रिक सरकार पहले से है, और सिखों का सारा भारत सम्मान करता है और दोनो प्रमुख पार्टियों,कांग्रेस ने मनमोहन सिंह जी को सर्वोच्च लोकतांत्रिक प्रधानमंत्री पद पर बैठाया और दूसरी और वर्तमान प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी ने गुरु गोविंद सिंह जी के बच्चो की स्मृति में वीर बाल दिवस का आयोजन कर गुरु गोविंद जी के त्याग को राष्ट्र में पुनः स्मृति करवा कर सम्मान दिलाया और पगड़ी पहन कर हरमंदिर साहिब, पटना साहिब में माथा टेका और सेवा दी, फिर अलगागवाद की बातें करना खालिस्तानीयों को क्या सोभा देता है? या फिर जिन ताकतों से गुरु महाराज जीवन भर प्रतिकार करते रहे , ऐसे ताकतों के फायदे के लिए काम कर रहे हैं खालिस्तानी ?ये खुद सोचें खालिस्तानी, भारत, पंजाब,गुरु महाराज के त्याग, भारत के संविधान का सम्मान करें खालिस्तानी, ये अपील श्री सिंह ने सभी खालिस्तानीयों से की है.

Advertisement

Advertisement