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ज्योतिष

6 उंगलियों वाले इंसान क्यों होते है भाग्यशाली, जानें इस खबर में

लोगों का मानना है कि जिस तरह हाथों की लकीरों से लोगों का भविष्य पता चलता है ठीक उसी तरह उसकी उंगलियां भी लोगों का भविष्य बताती हैं। आम लोगों के हाथों, पैरों में 5 उंगलियां होती हैं लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनकी हाथ-पैर में 6 उंगलियां भी पाई जाती हैं। कुछ लोग तो अचानक लोगों के हाथों में या पैरों में 6 उंगलियां देखकर डरने लग जाते है। बुजुर्गों का कहना है कि जिसके हाथ पैर में 6 उंगलियां होता है वह बहुत ही भाग्यशाली होता है।

बुजुर्ग कहते है कि जिसके साथ 6 उंगलियां वाले इंसान काम करेंगे तो उस काम में बहुत जल्द ही तेजी देखने को मिलेगी। क्योकि इन 6 उंगलियों वाले इंसान के अंदर ईमानदारी बहुत होती है। यह लोगों को कभी भी धोखा नहीं देगा, बल्कि लोगों से मिला धोखा को चुपचाप से सहकर रह लेता है।

विज्ञान की बात करें तो हाथ या पैर में 6 उंगली का होना कोई गंभीर बीमारी नहीं है।
भले ही 6 उंगलियों वालों के हाथों में दस्ताने और पैरों में जूते पहनने में काफी परेशानी होती है।
इसे विज्ञान की भाषा में पॉलिडेक्टिली कहते हैं। एक आंकड़े के अनुसार पता चला है कि 1000 में से 1 इंसान के हाथ या पैर में 6 उंगलियां होती हैं। दुनिया भर में आज सैकड़ों लोग के हाथों, पैरो में 6 उंगलियां है।

ज्योतिष के साथ समाज के लोगों का मानना है कि 6 उंगलियों वाले लोगों को बहुत ही सौभाग्यशाली माना जाता है। कुछ लोगों के हाथों में लिटिल फिंगर के पास छठी उंगली होती है। हाथों के अलावा कुछ लोगों के पैरों में भी 6 उंगलियां होती हैं। कुछ लोगों के हाथों पैरों में भी 6 उंगलियां होती है, लेकिन कई लोग इसे अशुभ मानते हुए ऑपरेट करवा कर अपने हाथों से छठवीं उंगलियां कटवा देते हैं।

6 उंगलियों वाली ने भारत को दिलवाया था गोल्ड मेडल
भारत में कुछ 6 उंगलियों वालों ने अपनी काबिलियत के बल पर इस मिथक को भाग्यशाली साबित किया है। जिसमे जानी-मानी एथलीट स्वप्ना बर्मन ने पैरों में 6 उंगलियां होने के बावजूद उन्होंने 2018 में पहली बार जकार्ता एशियन गेम्स के हेप्टाथलॉन में भारत को गोल्ड दिलाया था। बता दें कि जानी-मानी एथलीट स्वप्ना बर्मन की छठी उंगली में मांस भी है और हड्डी भी। अभी तक उन्होंने अपनी छठवीं उंगलियां नहीं निकलवाया है।
इसी तरह से फिल्म अभिनेता राकेश रोशन के बेटा ऋत्विक रोशन अपनी डांस क्षमता और फिल्मों में अलग तरह के एक्शन के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई फिल्में की है जिसमे अपनी वह छठवीं उंगलियां दिखाने में कभी नहीं शरमाएं। ऋत्विक रोशन की फिल्में की बात करे तो एकदम अलग सब्जेक्ट पर बनी होती है। इस वजह से दर्शक उसको देखने के लिए भी जाते हैं।

कितने प्रकार के होते है पॉलीडेक्टाइली

पॉलीडेक्टाइली 3 प्रकार के होते हैं जो हाथ या पैर पर अतिरिक्त पैर की उंगली या उंगली के स्थान के आधार पर भिन्न होते हैं। ‌

1 प्रीएक्सियल पॉलीडेक्टाइली : अतिरिक्त उंगली अंगूठे के बाहर होती है (रेडियल पॉलीडेक्टाइली) और अतिरिक्त पैर का अंगूठा बड़े पैर के बाहर होता है (टिबियल पॉलीडेक्टाइली)।

2 पोस्टएक्सियल पॉलीडेक्टाइली : अतिरिक्त उंगली छोटी उंगली के बाहर होती है (अल्नर पॉलीडेक्टाइली) और अतिरिक्त पैर की उंगली छोटी उंगली के बाहर होती है (फाइबुलर पॉलीडेक्टाइली)।

3 सेंट्रल पॉलीडेक्टाइली : अतिरिक्त उंगली अन्य उंगलियों के बीच होती है और अतिरिक्त पैर की उंगली अन्य पैर की उंगलियों के बीच होती है।

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