इंटक अध्यक्ष रामटेके ने कलेक्टर को पुन: ज्ञापन सौंपकर निर्माण का कार्य शीघ्र रुकवाने की मांग की
राजनांदगांव। जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर ग्राम परेवाडीह-भाठागांव से तुम?ीलेवा जाने वाले मार्ग पर राईस मिल खोलने के लिए नियम-कानूनों को ताक पर रख दिया गया है। ग्रामीणों की आपत्ति के बावजूद राईस मिल का निर्माण का कार्य जारी है। इस संबंध में इंटक ने कलेक्टर को पुन: ज्ञापन सौंपकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। बताते चलें कि इससे पहले संबंधित गांव के ग्रामीणों ने राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के माध्यम से जिला अध्यक्ष आशीष रामटेके के नेतृत्व में जबर्दस्त विरोध-प्रदर्शन भी किया था और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा था। आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में एक उद्योगपति द्वारा राईस मिल शुरू करने के लिए गुप-चुप तरीके से जोड़-तोड़ लगाकर अनुमति लेने का आरोप लगाया था। इस अनुमति में सबसे पहले ग्राम सरपंच को उद्योगपति द्वारा अपने पक्ष में खड़ा कर मजबूती से अपनी बात रखी गई थी। इसी के आधार पर फैक्ट्री लगाने के लिए ग्राम पंचायत से अनापत्ति प्रमाण पत्र ले लिया गया था। इसके फलस्वरूप ग्रामीणों ने इंटक नेताओं के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से पूर्व ग्राम पंचायत एवं सरपंच द्वारा ग्रामीणों की राय नहीं ली गई है। इसी क्रम में इंटक के जिला अध्यक्ष आशीष रामटेके ने फैक्ट्री खोले जाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र के मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को अंधेरे में रखने की बात कही। उन्होंने ग्रामीणों तथा अपने साथियों सहित इस आशय का पुरजोर विरोध करने के साथ ही जिलाधीश टीके वर्मा से न केवल चर्चा की, बल्कि दो टूक यह भी कह दिया कि फैक्ट्री के निर्माण कार्य में रोक नहीं लगाई गई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। इस घटनाक्रम के बीच 26 अगस्त को पूरे मामले की शिकायत किए जाने के बाद 28 अगस्त को जनपद पंचायत सीईओ ने जांच के लिए विभागीय अधिकारियों को मौके पर भेजा था। वहीं ग्राम पंचायत की ग्रामसभा में सरपंच, सचिव और ग्रामीणों द्वारा राईस संचालन की अनुमति रद्द करने संबंधी प्रस्ताव पास भी किया जा चुका है, लेकिन इसके बाद कार्रवाई पुन: ठंडे बस्ते में चली गई है। इधर, राईस मिल संचालन के विरोध में उतरे ग्रामीणों और ग्रामीणों के साथ खड़े इंटक का अभी भी यही कहना है कि उक्त जगह पर राईस मिल खोला जाना किसानों के कृषि कार्य के लिहाज से कतई उचित नहीं है। इंटक के जिला अध्यक्ष आशीष रामटेके ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि ग्रामीणों तथा इंटक की आपत्ति के पश्चात भी इस पूरे मामले में प्रशासन की ओर से उदासीनता बरती जा रही है, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हैं और यह आक्रोश कभी भी उग्र आंदोलन का रूप ले सकता है, जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी। कलेक्टर को पुन: ज्ञापन सौंपकर उन्होंने राईस मिल का निर्माण का कार्य शीघ्र रुकवाने की मांग की है।