चेन्नई सुपरकिंग्स के नियमित कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ कोहनी के फ्रेक्चर के कारण आईपीएल से बाहर हो गए जिससे एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी को टीम का कप्तान बनाया गया है. धोनी की कप्तानी में सीएसके ने 5 बार आईपीएल का खिताब जीता है. कप्तान के तौर पर धोनी की काबिलियत किसी से नहीं छूपी है. धोनी एक महान कप्तान हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट हो या फिर लीग टूर्नामेंट में उनकी कप्तानी का जलवा लगातार बरकरार रहता है. धोनी को क्रिकेट का सबसे चालाक और चतुर खिलाड़ी माना जाता है.

क्या धोनी के कप्तान बनने से बदलेगी सीएसके की किस्मत
इस सीजन चेन्नई सुपरकिंग्स का परफॉर्मेंस बेहद ही खराब रहा है. अबतक 5 मैच में सीएसके को 4 में हार मिली है. प्वाइंट्स टेबल में टीम 9वें नंबर पर पर है. ऐसे में एक बार फिर धोनी को अपनी टीम को प्लेऑफ तक लाना है तो पुराने तेवर के साथ कप्तानी करनी होगी. एक बेहतरीन कप्तान वह होता है जो अपने खिलाड़ियों की क्षमता को पहचानता है और धोनी बतौर कप्तान इस बात को जानते हैं और कई मौकों पर साबित भी किया है. अब इस सीजन में बतौर कप्तान धोनी से इसी जीत की उम्मीद होगी. धोनी की है चैंपियन की मानसिकता
धोनी एक ऐसे कप्तान रहे हैं जिनकी मानसिकता हमेशा चैंपियन बनने की रही है. चाहे वो इंटरनेशनल क्रिकेट हो या फिर लीग टूर्नामेंट हो. इंटरनेशनल क्रिकेट में तो धोनी ने ऐसा कर दिखाया, आईपीएल में उन्होंने टीम सीएसके को सबसे सफल टीम बनाया है, धोनी की कप्तान के तौर पर सबसे बड़ी खासियत है कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप जीतने वाली टीम के साथ ट्रॉफी उठाते हैं या हारने वाली टीम के साथ, जो स्थिर रहता है वह है एमएस धोनी के चेहरे पर मुस्कान और सकारात्मक भावना. जिससे टीम के खिलाड़ियों को काफी मदद मिलती और टीम एक जुट होकर लड़ती है.ऐसा ही धोनी अपनी टीम के साथ करते हैं.

धोनी है तो मुमकिन है !
अपने कार्यकाल के दौरान, धोनी ने सीएसके को पांच आईपीएल खिताब (2010, 2011, 2018, 2021 और 2023) और नौ फाइनल में पहुंचाने में अपने अहम योगदान दिया है. बता दें कि साल 2022 में धोनी ने कप्तानी छोड़ी थी और जडेजा को कप्तान बनाया गया था लेकिन जडेजा बतौर कप्तान असफल हो गए जिसके बाद धोनी ने फिर से उस सीजन कप्तानी संभाली थी, हालांकि 2022 में टीम कोई खास नहीं कर पाई लेकिन अगले सीजन 2023 में सीएसके को धोनी ने पांचवीं बार चैंपियंन बनाकर इतिहास रच दिया था.
क्या सीएसके आईपीएल के प्लेऑफ में क्वालीफाई कर पाएगी ?
सीएसके के पास लीग चरण में अभी भी नौ मैच बचे हैं, जिनमें से चार मैच उसके घरेलू मैदान पर खेले जाएंगे, जिसकी शुरुआत शुक्रवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ होने वाले मैच से होगी. पिछले तीन सीजन में, लीग चरण में 10 टीमों के साथ, चौथा स्थान हासिल करने और प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने के लिए कम से कम 14 अंक की आवश्यकता होती है. इसका मतलब है कि सीएसके को आगे बढ़ने के लिए अपने बचे हुए नौ मैचों में से छह या सात मैच जीतने होंगे. हालांकि यह एक मुश्किल चुनौती है लेकिन सीएसके अभी भी रेस में बनी हुई है. सीएसके कोलकाता नाइट राइडर्स के 2014 के अभियान से भी प्रेरणा ले सकती है. केकेआर ने अपने पहले सात लीग-स्टेज मैचों में से पांच मैच गंवाए, लेकिन फिर लगातार नौ मैच जीतकर खिताब अपने नाम किया था. धोनी के नेतृत्व में सीएसके के लिए सबसे लंबा जीत का सिलसिला 2013 में आया, जब टीम ने लगातार सात जीत हासिल की. इस सीजन में भी इसी तरह का प्रदर्शन उसे प्लेऑफ में पहुंचा सकता है.