हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए अत्यंत शुभ और मंगलकारी माना जाता है. लेकिन इस व्रत से एक दिन पहले ‘करू भात’ खाने की परंपरा है, जिसे कई जगहों पर ‘सत्यनारायण भात’ भी कहा जाता है. सवाल उठता है कि आखिर इस खास भोजन को व्रत से पहले क्यों खाया जाता है और इसकी मान्यता क्या है.
मान्यता है कि तीज व्रत से एक दिन पूर्व तिजहारिन महिलाएं करू भात खाकर अगले दिन का निर्जला व्रत करने की शक्ति प्राप्त करती हैं. इसे खाने का उद्देश्य केवल शारीरिक ऊर्जा ही नहीं, बल्कि मानसिक स्थिरता भी माना जाता है. यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है और इस व्यंजन को पवित्रता और सरलता का प्रतीक माना जाता है.
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