अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरूवार को घोषणा की है कि उन्होंने देश के युद्ध विभाग (पहले रक्षा विभाग) को परमाणु हथियारों के परीक्षण शुरू करने का आदेश दिया है। ऐसा 33 वर्षों में पहली बार होने जा रहा है। अमरिका ने 1992 के बाद कोई परमाणु परीक्षण नहीं किया है। चीन ने ऐसा आखिरी परीक्षण 1996 में किया था। ट्रंप ने कहा कि परमाणु हथियारों की विनाशकारी ताकत के कारण वे ऐसा नहीं करना चाहते थे, लेकिन दूसरे देशों के टेस्ट देखकर उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं था।

रूस ने हाल ही में परमाणु शक्ति से चलने वाली ताकतवर मिसाइल बनाने के बाद फिर ऐसी ही पोसाइडन सुपर तारपीडो का टेस्ट किया था। ट्रंप ने दावा किया कि अमरीका के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं। रूस दूसरा है और चीन दूर तीसरे स्थान पर है, लेकिन अगले पांच वर्षो में वह बराबरी पर आ जाएगा। जब अन्य देश अपने परमाणु कार्यक्रमों का परीक्षण कर रहे हैं, तो अमरीका को भी बराबरी के आधार पर अपने हथियारों का परिक्षण शुरू करना चाहिए।













