भारतीय रेलवे जनवरी में पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रैन को जनता के लिए शुरू करने जा रहा हैं। इसके साथ ही मार्च के अंत तक आठ और ऐसी टे्रनों का निर्माण करने का लक्ष्य रखा गया हैं। यह कदम यात्रियों के लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगा, ताकि वंदे भारत ट्रैन रातभर की यात्राओं के लिए भी अपलब्ध कों। इन कोचों का निर्माण चेन्नई के पेरम्बूर स्थित इंट्रीगल कोच फैक्टरी (आईसीएफ) में किया जा रहा हैं। जो हर साल लगभग 4000 कोच तैयार करती हैं।

वर्तमान में देशभर में चल रही 92 वंदे भारत ट्रेनें चेयर-कार मॉडल हैं और केवल दिन में चलती हैं। नई स्लीपर वर्जन रात के यात्रियों की सुविधा के लिए तैयार किए जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्लीपर कोच का उत्पादन पिछले वर्ष बेंगलूरू स्थित बीईएमएल फैक्ट्री में शुरू हुआ था। 16 कोच वाला प्रोटोटाइप बाद में आईसीएफ लाया गया और परीक्षण के बाद दिल्ली भेजा गया। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा पहली वंदे भारत ट्रेंन जिसमें दो स्लीपर कोच होंगे जनवरी में जनता के लिए शुरू की जाएगी। दूसरी ट्रेन अहमदाबाद में ट्रायल रन पर हैं। रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया कि मांग को देखते हुए मार्च तक आठ अतिरिक्त स्लीपर वंदे भारत ट्रेने तैयार की जाएगी। साथ ही बेंगलूरू से कन्याकुमारी मार्ग पर चेन्नई से होकर गुजरने वाली एक स्लीपर कोच सेवा शुरू करने पर भी विचार चल रहा हैं।













