बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने मस्तुंग, तुर्बत, कोहलू और चामलांग समेत कई इलाकों में पाकिस्तानी सेना पर हमले करने का दावा किया है। बीएलए ने दावा किया है कि बलूचिस्तान में उसने ‘शोषण करने वाली कंपनियों’ के सुरक्षाकर्मियों को पकड़कर उनके हथियार जब्त कर लिए।
बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा कि लड़ाकों ने 1 दिसंबर को मस्तुंग के दश्त इलाके में जालो गंडन में रेलवे ट्रैक साफ करने के दौरान पाकिस्तानी सेना के जवानों पर हमला किया। हमले के दौरान दो पाकिस्तानी जवान मौके पर ही मारे गए और एक अन्य घायल हो गया। घायल जवान भागने में कामयाब रहा। बीएलए के लड़ाकों ने उसी दिन तुर्बत में पार्क होटल के पास पाकिस्तानी सेना के एक चेकपोस्ट पर ग्रेनेड से हमला किया। इसमें कई लोग मारे गए और संपत्ति को भी काफी नुकसान हुआ।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने शोषण करने वाली कंपनियों से जुड़े सभी लोगों को चेतावनी दी है कि वे इन कंपनियों को सुरक्षा या किसी भी तरह की मदद देना तुरंत बंद कर दें। ऐसी गतिविधियों में शामिल लोग अपने निजी और आर्थिक नतीजों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होंगे।”
इससे पहले सोमवार को, बीएलए ने दावा किया था कि 28 से 30 नवंबर के बीच बलूचिस्तान में किए गए 29 हमलों में 27 पाकिस्तानी सेना के जवान मारे गए और 17 से ज्यादा घायल हो गए।












