भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर इस सप्ताह फिर से बातचीत होने जा रही हैं। इस वार्ता में दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते के पहले चरण के पूरा होने की फिर से उम्मीद की जा रही हैं। यह वार्ता 10-12 दिसंबर तक चलेगी। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ होने वाली बातचीत में भारत मुख्य रूप से जुर्माने के रूप में लगाए गए 25 प्रतिशत शुल्क को तत्काल हटाने की मांग करेगा। अमेरिका ने भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया हैं। 25 प्रतिशत शुल्क रूस से तेल खरीदने के कारण जुर्माने के रूप में लगाया था। 50 प्रतिशत शुल्क गत 27 अगस्त से प्रभावी हैं। अब भारत ने रूस से तेल की खरीदारी काफी कम कर दी हैं, जबकि अमेरिका से तेल की खरीदारी बढ़ा दी गई हैं। भारत वस्तुओं के पारस्परिक शुल्क पर किसी प्रकार की वार्ता से पहले जुर्माने वाले शुल्क को समाप्त करवाना चांहता हैं।
सुत्रों के मकुताबिक, दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर फ्रेमवर्क तैयार हो चुका है और इस सप्ताह इस फ्रेमवर्क के तहत ही बातचीत संभव हैं। जुर्माने वाला 25 प्रतिशत शुल्क हट जाने पर भी भारतीय निर्यातकों को बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि 25 प्रतिशत शुल्क के साथ अमेरिका के बाजार में दूसरे देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। 50 प्रतिशत शुल्क लगने के बाद अमेरिका के बाजार में भारतीय वस्तुओं के निर्यात में कमी आई हैं। भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत हैं।













