छत्तीसगढ़ विधानसभा ने 14 दिसंबर को अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर ‘रजत जयंती वर्ष’ का उत्सव मनाया। इस ऐतिहासिक अवसर पर, 11 दिसंबर 2025 को आयोजित पत्रकार वार्ता में, विधानसभा अध्यक्ष महोदय ने बताया कि इस वर्ष को यादगार बनाने के लिए कई आयोजन किए गए, जिनमें विधानसभा की 25 वर्षों की यात्रा पर आधारित वृत्तचित्र और छायाचित्रों की प्रदर्शनी प्रमुख थी। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष की सबसे बड़ी उपलब्धि नवीन विधानसभा भवन का लोकार्पण रहा, जिसका उद्घाटन 01 नवंबर, 2025 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया गया था। प्रधानमंत्री जी ने इस भवन को ‘लोकतंत्र का तीर्थस्थल’ कहा, जो पारदर्शिता और जवाबदेही का प्रतीक है। इसके अतिरिक्त, इस रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने विधानसभा को संबोधित किया था।

शीतकालीन सत्र और विधायी कार्य
अध्यक्ष महोदय ने आगामी 17वें शीतकालीन सत्र की जानकारी देते हुए बताया कि यह सत्र 13 दिसंबर से 17 दिसंबर, 2025 तक चलेगा, जिसमें कुल 04 बैठकें होंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री के आह्वान से प्रेरित होकर, सत्र की शुरुआत रविवार, 14 दिसंबर को पूर्वान्ह 11:00 बजे से होगी। सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल नहीं होगा, बल्कि राज्य की दीर्घकालीन विकास रणनीति ‘छत्तीसगढ़ विजन 2047’ पर व्यापक चर्चा की जाएगी, जिसका लक्ष्य विकसित छत्तीसगढ़ का रोडमैप तैयार करना है। सत्र के लिए विधायकों से अब तक कुल 628 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, जिनमें 333 तारांकित और 295 अतारांकित प्रश्न शामिल हैं, साथ ही 48 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। सत्र में 15 दिसंबर को प्रथम अनुपूरक अनुमान का उपस्थापन होगा, जिसका पारण 16 दिसंबर को विनियोग विधेयक के साथ किया जाएगा। विधायी कार्यों में छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना (संशोधन) विधेयक, 2025 भी शामिल है।














