रायपुर:- देश की महत्वपूर्ण अवसंरचना सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूती प्रदान करते हुए, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने रायगढ़ स्थित एनटीपीसी तलाईपल्ली कोयला खनन परियोजना की सुरक्षा जिम्मेदारियाँ औपचारिक रूप से संभाल ली हैं। यह CISF की 362वीं इकाई का गठन है, जिसे भारत के सबसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कैप्टिव कोल ब्लॉक्स में से एक पर तैनात किया गया है। स्वीकृत 265 पदों के विरुद्ध 101 प्रशिक्षित कार्मिकों की प्रथम चरण की तैनाती पूरी कर ली गई है। आगे की चरणबद्ध तैनाती, खदान के विस्तार और अवसंरचना विकास के अनुरूप की जाएगी।

परियोजना स्थल पर आयोजित गरिमामय समारोह में CISF के वरिष्ठ अधिकारियों और राष्ट्रीय थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) के नेतृत्व ने औपचारिक कार्यभार सौंपने की प्रक्रिया में भाग लिया। इस अवसर पर, एनटीपीसी तलाईपल्ली के परियोजना प्रमुख श्री अखिलेश सिंह ने नवनिर्मित CISF इकाई की ‘सिक्योरिटी की’ केंद्रीय सेक्टर मुख्यालय, भिलाई की महानिरीक्षक (IG) श्रीमती नीलिमा रानी सिंह को सौंपकर परियोजना सुरक्षा की आधिकारिक जिम्मेदारी हस्तांतरित की। इस अवसर पर केंद्रीय जोन मुख्यालय, भिलाई के उप महानिरीक्षक (DIG) श्री दया शंकर तथा केंद्रीय सेक्टर मुख्यालय, भिलाई की उप महानिरीक्षक (DIG) श्रीमती पियाली शर्मा भी उपस्थित रहीं।

तलाईपल्ली कोयला खनन परियोजना भारत की ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह खदान लारा सुपर थर्मल पावर प्लांट को कोयला उपलब्ध कराती है, जो कई राज्यों की बिजली आवश्यकताओं को पूरा करता है। बहु-मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ खदान का निर्बाध संचालन राष्ट्रीय विद्युत उपलब्धता, ग्रिड स्थिरता और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के व्यापक राष्ट्रीय लक्ष्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

क्षेत्र में पूर्व में वामपंथी उग्रवाद की चुनौती और बड़े पैमाने पर जारी खनन गतिविधियों को देखते हुए, CISF की तैनाती एक विशेषीकृत 24×7 सुरक्षा तंत्र उपलब्ध कराती है, जो कर्मचारियों, मशीनरी और उच्च-मूल्य परिसंपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी; अवैध खनन एवं चोरी की रोकथाम में सहायता करेगी; तथा महत्वपूर्ण सामग्री परिवहन को सुरक्षित बनाएगी। यह तैनाती जिला प्रशासन के साथ समन्वय को भी सुदृढ़ करेगी और आसपास के समुदायों की समग्र सुरक्षा तैयारी को मजबूत बनाएगी।

तलाईपल्ली में एक समर्पित CISF इकाई की स्थापना केंद्र सरकार की संवेदनशील भू-भागों में स्थित महत्वपूर्ण ऊर्जा परिसंपत्तियों की सुरक्षा के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। रायगढ़ से स्थिर कोयला उत्पादन न केवल राष्ट्रीय हितों की पूर्ति करता है, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों, रोजगार सृजन तथा सहायक औद्योगिक विकास को भी गति प्रदान करता है।
स्थानीय समुदायों के लिए CISF की उपस्थिति संरचित सुरक्षा प्रबंधन और आपातकालीन तैयारी के अतिरिक्त स्तर प्रदान करती है, जिससे एक अधिक सुरक्षित विकासोन्मुख वातावरण को बढ़ावा मिलेगा।
एनटीपीसी के तलाईपल्ली परियोजना स्थल पर CISF इकाई के परिचालन में आने से भारत ने अपने महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों की सुरक्षा को मजबूत करने और राष्ट्रीय विकास की रफ्तार को निर्बाध बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।













