बाराडोली कराते व खेलकूद साधना सभा छ. ग. के द्वारा ब्रुसली का जन्मदिन 27 नवंबर को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुन्दर लाल डडसेना मधुर (सहसंस्थापक, काव्य संसद व प्रांतीय सचिव साहित्य साधना सभा छ.ग.)अध्यक्षता डॉ.सुभाष साव (योगाध्यक्ष,सराईपाली), विशिष्ट अतिथि भोजराज साहू (प्रान्तीय अध्यक्ष), अक्षय कंवर (प्रान्तीय सचिव) व दिनेश कुमार साहू (लांती)थे। सर्वप्रथम अतिथियों के द्वारा ब्रूसली के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। सौनक राणा (कराते प्रशिक्षक) के द्वारा आत्मरक्षा की विशेष ट्रेनिंग दी गयी व बच्चों को कराते की बारीकियों के बारे में बताया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुन्दरलाल डडसेना मधुर के द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रूसली का जीवन हमें मुश्किलों से जीवन जीने की कला सिखाता है।कराते से आत्मरक्षा के साथ ही साथ स्वस्थ जीवन जीना सिखाता है। कार्यक्रम के अध्यक्ष सुभाष साव के द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि खेलकूद व जीवन में आत्मरक्षा की विशेष ट्रेनिंग इंसान को मन से मजबूत बनाती है। खिलाडिय़ों के उत्साहवर्धन में योग के नियमों को विस्तार से बताया। विशिष्ट अतिथि प्रान्तीय अध्यक्ष भोजराज साहू के द्वारा अपने जीवन के 25 सालों के कठिन सफर का वर्णन करते हुए बताया कि कराते में धैर्य व साहस मिश्रित रूप में होता है जिसमें हम अपने जीवन को धीरे धीरे जीने की कला सिखते हैं। ब्रूसली के जन्म जयंती पर भोजराज साहू ( प्रांताध्यक्ष, बाराडोली कराते व खेल साधना सभा), अक्षय कंवर (प्रान्तीय सचिव), सुन्दर लाल डडसेनामधुर, डॉ.सुभाष साव, शंकरू वर्गे (संरक्षक) दिनेश कुमार साहू (लांती), चैतन प्रधान, दीपक सिदार, जीवेश बरिहा,कमलाकांत प्रधान,क्षमानिधि त्रिपाठी, सौनक राणा,अक्षय सारथी,आनन्द कुमार, विष्णु चौहान, राधे भोई, सुरेश सिदार, लखन साहू, बेणुधार साहू, नदीम प्रधान,क्षीरसागर,भूपेंद्र बंछोर, शिवकुमार, दयासिन्धु सेठ, अश्विनि कंवर,ऋतुराज, हरिलाल बरिहा, उत्तम, दीपक, रवि, मनोज दुधकिया,चैतन छत्तरवाड़ा, खिरोद विश्वकर्मा, आशीष भोई, विकाश बाघ, सर्वेश साहू, दयासागर बरिहा, देवनारायण बरिहा ने इस शिविर में भाग लिया।












