Tuesday, December 9

चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. चाणक्य की चाणक्य नीति व्यक्ति को सफल बनाने में मदद करती है. चाणक्य नीति व्यक्ति को श्रेष्ठ बनाने के लिए भी प्रेरित करती है, यही कारण है कि आज भी लोग चाणक्य नीति में बताई गई बातों का अनुशरण करते हैं. चाणक्य एक श्रेष्ठ शिक्षक होने के साथ साथ विभिन्न विषयों के मर्मज्ञ भी थे. समाज शास्त्र, सैन्य शास्त्र, कूटनीति शास्त्र और अर्थशास्त्र की जानकारी भी चाणक्य को बाखूबी थी. धन को लेकर व्यक्ति की धारणा और प्रयास किस तरह के होने चाहिए, इस पर भी चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में प्रभावशाली ढंग से बताया है. करोड़पति बनने की चाहत सभी के मन में होती है, लेकिन हर किसी की यह इच्छा पूर्ण नहीं होती है. यह इच्छा उन्ही लोगों की पूरी होती है जिनमें ये खास बातें होती हैं-
समय की अहमियत को पहचानो
चाणक्य के अनुसार धन से भी कीमती समय है. जो व्यक्ति समय की कीमत को नहीं पहचानता है, उसे सफल होने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है. समय कभी लौटकर नहीं आता है. इसलिए जो भी समय मिला है उसमें बेहतर करने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए. समय कभी खराब नहीं करना चाहिए, कुछ न कुछ रचनात्मक कार्य करते रहने चाहिए. ऐसा करने से प्रतिभा निखरती है. प्रतिभाशाली व्यक्ति ही धनवान बनते हैं.
सफल होने के लिए गलत मार्ग न चुनें
चाणक्य के अनुसार गलत मार्ग को अपना कर तत्काल सफलता तो मिल सकती है, लेकिन ये सफलता लंबे समय के लिए नही होती है, यानि ये स्थाई नहीं होती है. स्थाई सफलता के लिए सही और उचित मार्गों को ही अपनाना चाहिए.
झूठ का सहारा न लें
चाणक्य के अनुसार सफल होने के लिए व्यक्ति को कभी झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए. झूठ का सहारा लेकर सफलता पाने वाले एक न एक दिन समाज में बेनकाब हो जाते हैं, ऐसी स्थिति से बचना चाहिए और झूठ से दूर रहना चाहिए.
धन का उपयोग सही ढंग से करें
चाणक्य के अनुसार धन का प्रयोग सदैव अच्छे कार्यों के लिए करना चाहिए. धन का उपयोग व्यक्ति को सोच समझ कर करना चाहिए. जो धन का उपयोग दूसरों को हानि पहुंचाने के लिए करता है वह समाज में सम्मान से वंचित रहता है.

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