नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ती जा रही है, जो लोगों की आफत बनी हुई है। कोरोना महामारी का असर इतना है कि कई बड़े शहरों में अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी भी देखने को मिल रही है। आखिरी 24 घंटे की बात करें तो कोरोना के करीब 3.47 लाख नए मामले सामने आए हैं, जबकि 2624 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ा है। ऐसे में केंद्र सरकार व राज्य सरकारें संक्रमण से बचने को मास्क, सामाजिक दूरी और घर पर ही रहने की सलाह दे रही हैं। संक्रमण के घातक पन को कम करने व फैलाव को रोकने के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखना की भी सलाह डॉक्टर दे रहे हैं। होम आइसोलेशन में मरीज की देखभाल करने वालों पर जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्हें मरीज का ध्यान रखने के साथ-साथ खुद का बचाव भी करना पड़ता है। सीडीसी ने घर पर मरीजों की देखभाल कर रहे लोगों और घर के बाकी सदस्यों के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। अगर आप कोरोना संक्रमण के मरीज की देखभाल कर रहे हैं तो आपको उनके डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी दवाओं के बारे में ठीक से जानकारी होनी चाहिए. मरीज के डॉक्टर के संपर्क में रहें और उनके बताए निर्देशों का पालन करें। कोरोना के ज्यादातर मरीज एक हफ्ते के बाद बेहतर महसूस करने लगते हैं। मरीज के खानपान का पूरा ख्याल रखें और उन्हें खूब सारा तरल पदार्थ पीने को दें। ध्यान रखें कि मरीज खूब आराम करे। मरीज के लिए जरूरी सामान की खरीदारी करें। घर में कोरोना का मरीज है तो सामान ऑनलाइन ही मंगाने की कोशिश करें। अगर कोरोना के मरीज ने कोई जानवर पाल रखा है तो आपको उसका भी खयाल रखना होगा। ध्यान रखें कि आप किसी भी तरह मरीज और उनके पालतू जानवर के सीधे संपर्क में ना आएं।
- जानिए खुद कैसे करें अपना बचाव
मरीज के साथ किसी भी तरह शारीरिक संपर्क ना रखें। कोरोना वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने, मरीज के ड्रॉपलेट्स, उसके खांसने या छींकने से तेजी से फैलता है इसलिए इस बात का खास खयाल रखें और कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
मरीज की देखभाल करने वाला व्यक्ति ऐसा होना चाहिए, जिसमें पहले से कोई बीमारी ना हो और उसमें कोविड-19 से संक्रमित होने की संभावना कम हो। संक्रमित मरीज को पूरी तरह आइसोलेट हो जाना चाहिए। मरीज का अलग कमरा और बाथरूम होना चाहिए। मरीज के कमरे की खिड़कियां खुली रखें ताकि सही वेंटीलेशन बना रहे। अपने घर में बाहर से किसी और को ना आने दें। खासतौर से उन लोगों को जिन्हें बीमार होने का खतरा ज्यादा हो। अगर आप कोरोना के मरीज की देखभाल कर रहे हैं तो आपको खुद भी बेवजह बाहर जाने से बचना चाहिए।












