रायपुर। इन दिनों छत्त्तीसगढ़ में राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासत उफान पर है, कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा के बाद राज्य में छत्तीसगढिय़ा और गैर छत्तीसगढिय़ा का मुद्दा गरमाया हुआ है। कांग्रेस द्वारा राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा घोषित प्रत्याशियों ने आज नामांकन दाखिल कर दिये है। कांग्रेस द्वारा घोषित प्रत्याशियों को लेकर राज्य में बयानबाजी का दौर चरम पर है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा ने दिल्ली में बैठी एक महिला ठगिया बाई ने छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढिय़ा कांग्रेस नेताओं के साथ ठगी की है। महासभा के प्रदेश महासचिव चंद्रभूषण वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से छत्तीसगढिय़ा को ही राज्यसभा भेजा जाना चाहिये था, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि ऐसा नहीं हो रहा है, इसका दुष्परिणाम पार्टी को भविष्य में देखने को पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य में छत्तीसगढिय़ावाद को बढ़ावा देते है और राज्य की संस्कृति को बचाय रखने की बात करते है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में बैठी एक महिला ठीक उसके उलट गैर राज्य के कांग्रेस नेता को छत्तीसगढ़ के रास्ते राज्यसभा भेजना चाहती है। इससे यह बात स्पष्ट हो गया है कि राज्य के कांग्रेस नेताओं के साथ ठगी हो गई है। जबकि राज्य के कई कांग्रेस नेताओं ने राज्यसभा जाने के लिए दावेदारी कर रह थे, लेकिन वे सब अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे है ऐसा लगता है। उन्होंने बताया कि महासभा ने पहले की कहा था कि ठेठ छत्तीसगढिय़ा को ही छत्तीसगढ़ राज्यसभा सांसद होना चाहिये, इसके लिए महासभा ने तीन नाम दिये थे और कहा था कि इन तीनों में से किसी एक को राज्यसभा सदस्य के रूप में राज्यसभा भेजा जाये। महासभा द्वारा कहा गया था कि महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पटेल, प्रदेश कार्यकारी महिला अध्यक्ष अंकिता वर्मा, प्रदेश महासचिव सरिता वर्मा, तीनों में से किसी एक को राज्यसभा सदस्य के रूप में भेजा जाये। महासभा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से महासभा सदस्य को राज्यसभा सदस्य के रूप में सुझाये गये नामों में से किसी एक को राज्यसभा भेजे जाने की मांग की थी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया आपको बता दे कि अखिल भारतीय कूर्मि महासभा काफी पुराना संगठन है जो विगत 128 वर्षों से सामाजिक कार्यों के प्रति अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते चला आ रहा है। आपको बता दें कि राज्य सभा के लिए कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के राजीव शुक्ला और बिहार की रंजीत रंजन को उम्मीदवार बनाया है। राज्य सभा उम्मीदवारों की घोषणा के बाद से ही राज्य में सियासी घमासान मची हुई है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा कि यूपी-बिहार वालों को भेजकर छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान किया है। सीएम बघेल के लिए छत्तीसगढिय़ा मान-सम्मान सिर्फ बातों में है। जब नेतृत्व देने की बात आती है तो अन्य राज्यों से नेता आउटसोर्स किये जाते है। इसके अलावा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने भी कांग्रेस के प्रत्याशी चयन पर सवाल उठाये है।
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