रायपुर के डूंडा इलाके में करीब 2 एकड़ जमीन पर अवैध प्लाटिंग की जा रही थी। रायपुर नगर निगम के अफसरों को इसकी जानकारी मिली तो जेसीबी भेज कर प्लॉट पर बनाई गई अवैध सड़क को काट दिया गया। मगर अब तक यही पता नहीं लगा सके कि करोड़ों की संपत्ति पर प्लाटिंग कर कौन रहा था।
आखिर इस अवैध प्लाटिंग के पीछे किसका हाथ है, इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। बताया जा रहा है कि जमीन करोड़ों की है और इसके पीछे बड़े भू माफिया का हाथ हो सकता है। मामला रायपुर निगम एरिया के जोन 10, सुधीर मुखर्जी वार्ड नंबर 54 का है।
लगभग 2 एकड़ की जमीन पर मुरूम की सड़क बनाकर अलग-अलग टुकड़ों में प्लाट बेचने की तैयारी चल रही थी। जोन कमिश्नर दिनेश कोसरिया ने बताया कि बिना लेआउट के ही यह काम हो रहा था। इसलिए अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कार्रवाई हुई है। अवैध प्लॉटिंग करने वालों की जानकारी तहसील के दफ्तर से मंगवाई है। नाम सामने आते ही अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। दूसरी तरफ 3 दिन से ज्यादा का वक्त बीतने के बाद भी नगर निगम को अवैध प्लाटिंग करने वाले का नाम तक पता नहीं चला है। रायपुर के डूंडा इलाके में पिछले साल भी इसी तरह की अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई की गई थी । तब लगभग 3 एकड़ की जमीन पर इसी तरह अवैध प्लाटिंग चल रही थी । दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं। लचर प्रशासनिक व्यवस्था की वजह से भू माफिया धड़ल्ले से अपना धंधा चला रहे हैं।












